- क्लार्क ने कहा कि आईपीएल अनुबंध के कारण ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आक्रमकता नहीं दिखाते
- क्लार्क के मुताबिक आईपीएल अनुबंध के कारण कोहली को स्लेज नहीं करते कंगारू खिलाड़ी
- पैट कमिंस इस साल आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने हैं
सिडनी: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने दावा किया है कि आईपीएल के आकर्षक अनुबंध के कारण कंगारू खिलाड़ी भारतीय कप्तान विराट कोहली के खिलाफ अपनी आक्रमकता दिखाने से बचते हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड माना जाता है और क्लार्क को लगता है कि कई अंतरराष्ट्रीय टीमें उसके आगे पैसों की वजह से दब जाती हैं।
क्लार्क के हवाले से फॉक्स स्पोर्ट्स ने कहा, 'हर कोई जानता है कि खेल के आर्थिक हिस्से में अंतरराष्ट्रीय या आईपीएल सहित घरेलू स्तर पर भारत कितना ताकतवर है। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और संभवत: अन्य टीमें कुछ समय के लिए अलग लय में चली जाती हैं और भारत के सामने दब जाती हैं। क्रिकेटर्स विराट कोहली या अन्य खिलाड़ियों को स्लेज करने से डरते हैं क्योंकि उन्हें अप्रैल में भारतीय खिलाड़ियों के साथ आईपीएल खेलना होता है।'
कमिंस सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी
कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को आईपीएल फ्रेंचाइजी से आकर्षक अनुबंध मिलते हैं। तेज गेंदबाज पैट कमिंस इस साल आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने। उन्हें कोलकाता नाइटराइडर्स ने रिकॉर्ड 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा। 2012 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए खेल चुके क्लार्क ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को कोहली के साथ निजी रिश्ते को लेकर चिंता रहती है।
क्लार्क ने कहा, '10 खिलाड़ियों की लिस्ट का नाम लीजिए और वह अपनी आईपीएल टीम में इन खिलाड़ियों को लेने के लिए बोली लगाए। खिलाड़ियों का बर्ताव ऐसा है, मैं कोहली को स्लेज नहीं करूंगा। मैं चाहता हूं कि वह मुझे आरसीबी के लिए खरीदे, ताकि 6 सप्ताह के लिए मुझे 1 मिलियन यूएस डॉलर मिलें।'
2015 विश्व कप चैंपियन कप्तान क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के नम्र व्यवहार को इस बदलाव का दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया इस दौर से बाहर निकले जहां हमारा क्रिकेट थोड़ा नम्र नजर आता है। हम अपनी आक्रमकता के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं दिखता।'