पिछले कई हफ्तों से भारत और ऑस्ट्रेलिया बॉक्सिंग-डे टेस्ट में दर्शकों को लेकर चर्चा चल रही थी, जो अब समाप्त हो गई है। फैंस के लिए खुशखबरी है और वो बतौर दर्शक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में जाकर यह टेस्ट देख सकेंगे। हालांकि, कोरोना महामारी के बीच बॉक्सिंग-डे टेस्ट में सिर्फ 25,000 दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत दी जाएगी। एमसीजी ने इस बॉक्सिंग-डे टेस्ट के लिए स्टेडियम की क्षमता का एक चौथा हिस्सा दर्शकों के लिए रखा है। दोनों टीमों की बीच अगले महीने से सीमित ओवरों (वनडे-टी20) की सीरीज खेली जाएगी और फिर चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज होगी। भारत और ऑस्ट्रेलिया 17 से 21 दिसंबर तक एडिलेड में पहला टेस्ट मैच खेलेंगी। इसके बाद दोनों टीमों के दरमियान एमसीजी में 26 दिसंबर से दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा, जोकि बॉक्सिंग-डे टेस्ट होगा।
एमसीजी करेगा बॉक्सिंग डे टेस्ट की मेजबानी
विक्टोरिया की सरकार, मेलबर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया सदस्यों को और फैन्स को सुरक्षित रूप से टेस्ट में भाग लेने के लिए सक्षम करने के लिए एक 'कोविड सेफ प्लान' विकसित करेगी। एमसीसी के मुख्य कार्यकारी स्टुअर्ट फॉक्स ने कहा, 'अपने नए कोविड सेफ प्रोटोकॉल के तहत हम विक्टोरियन सरकार और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर एमसीजी में इस साल के बॉक्सिंग डे टेस्ट की मेजबानी करेंगे।' क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा, 'बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट क्रिकेट में प्रतिष्ठित ट्रॉफी में से एक है और ऑस्ट्रेलिया का प्रतिभाशाली भारतीय टीम के खिलाफ प्रतियोगिता देखना दिलचस्प होगा।'
क्या होता है बॉक्सिंग-डे टेस्ट?
दरअसल, कई देशों में क्रिसमस (25 दिसंबर) के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को बॉक्सिंग-डे कहा जाता है। इस दिन से नए साल तक लोग छुट्टियां मनाते हैं। क्रिकेट के शौकीनों के लिए टेस्ट मैच से बेहतर छुट्टियां मनाने और साथ ही मनोरंजन का तरीका क्या हो सकता है। पूरे पांच दिन क्रिकेट का मजा और छठे दिन नए साल का स्वागत। इसलिए अमूमन हर साल ऑस्ट्रेलिया 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर एक टेस्ट मैच जरूर खेलता है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के साथ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला था। एमसीजी में पहला बॉक्सिंग-डे टेस्ट 1950 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था।