ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम ने बुधवार को न्यूजीलैंड को 232 रन से हराकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार 21वीं जीत दर्ज करके रिकी पॉन्टिंग की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम के 2003 के रिकॉर्ड की बराबरी की। कप्तान मेग लैनिंग के आखिरी मैच में नहीं खेल पाने और स्टार आलराउंडर एलिस पैरी के चोटिल होने के कारण शृंखला से बाहर होने के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने न्यूजीलैंड पर वनडे में अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। पॉन्टिंग की टीम ने पांच महीने के अंदर लगातार 21 वनडे में जीत दर्ज की थी जिनमें दक्षिण अफ्रीका में 2003 में खेला गया विश्व कप भी शामिल है। \
टीम ने 2017 के बाद से कोई वनडे नहीं गंवाया
ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने 29 अक्टूबर 2017 को इंग्लैंड से हारने के बाद कोई वनडे नहीं गंवाया है। उसने भारत के खिलाफ मार्च 2018 में जीत से अपने विजय अभियान की शुरुआत की और इस बीच पाकिस्तान, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ शृंखलाएं जीती। लैनिंग की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को पॉन्टिंग की टीम के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिये हालांकि इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय महिला टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आने की संभावना नहीं है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के न्यूजीलैंड दौरे पर जाने की संभावना भी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में पांच विकेट पर 325 रन बनाकर अपनी जीत सुनिश्चित कर दी थी।
'लगातार 21 मैचों में जीत दर्ज करना शानदार'
लैनिंग के चोटिल होने के कारण कप्तानी का दायित्व संभाल रही सलामी बल्लेबाज राचेल हेन्स ने 104 गेंदों पर दस चौकों और दो छक्कों की मदद से 96 रन बनाए और एलिसा हीली (87 गेंदों पर 87 रन, 13 चौके, एक छक्का) के साथ पहले विकेट के लिए 144 रन की साझेदारी की। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 93 रन पर ढेर हो गई। उसकी तरफ से केवल एमी सैटरवेट (41) और मैडी ग्रीन (22) ही दोहरे अंकों में पहुंची। कप्तान सोफी डेवाइन पहले ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गई थीं। ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह से शृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। लैनिंग ने ट्राफी हासिल करने के बाद कहा, 'बड़ी जीत से अंत करना शानदार है। लगातार 21 मैचों में जीत दर्ज करना शानदार है और हमें इस पर वास्तव में गर्व है।'