- आईपीएल 2020 से बीसीसीआई की 4,000 करोड़ रुपए की कमाई हुई
- कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल 2020 का आयोजन यूएई में कराया गया था
- भारत-चीन सीमा पर चिंता के कारण आईपीएल से टाइटल स्पॉन्सर भी छिन गया था
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 की शुरूआत से पहले कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि इस टूर्नामेंट का आयोजन किस प्रकार होगा। एक समय वो भी आया जब आईपीएल के पास टाइटल स्पॉन्सर भी नहीं था क्योंकि भारत-चीन सीमा चिंता के चलते वीवो ने अपने पैर खीच लिए थे। मगर सभी मुश्किलों को पीछे छोड़ते हुए यूएई की मेजबानी में आईपीए-13 का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक किया गया।
आईपीएल समाप्त होने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इसके आयोजन से संतुष्ट नजर आया। कोस्ट कटिंग के बावजूद दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड ने 4,000 करोड़ रुपए का राजस्व कमाया और टीवी व्यूअरशिप में 25 प्रतिशत का इजाफा पाया। मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच अबुधाबी में खेले गए उद्घाटन मुकाबले में व्यूअरशिप ने रिकॉर्डतोड़ काम किया। आईपीएल के सफल आयोजन के बाद बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल खुशी के सातवें आसमान पर हैं।
आईपीएल आयोजन के लिए शुक्रियाअदा किया: धूमल
अरुण धूमल के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने कहा, 'बोर्ड को पिछले आईपीएल की तुलना में करीब 35 प्रतिशत कोस्ट कटिंग करना पड़ी थी। हमने महामारी के समय 4,000 करोड़ रुपए की कमाई की। हमारी टीवी व्यूअरशिप 25 प्रतिशत ऊपर गई। सबसे ज्यादा व्यूअरशिप मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच उद्घाटन मैच में दर्ज की गई। जो हम पर शक कर रहे थे, उन्होंने हमें आईपीएल आयोजन के लिए शुक्रियाअदा किया। अगर यह आईपीएल नहीं होता तो क्रिकेटर्स को एक साल का नुकसान होता।'
अधिकांश टीमों में 40 से ज्यादा सदस्य थे जबकि मुंबई इंडियंस में सर्वाधिक 150 से ज्यादा लोगों का दल मौजूदा था, जिसमें हेयरड्रेसर, मेक-अप आर्टिस्ट और दर्जी शामिल थे। आपातकालीन स्थिति के लिए सुविधाएं भी आयोजित करा रखी थीं। अरुण धूमल ने कहा, 'अगर हमारे पास कोई कोविड मामला निकलता तो बोर्ड को 200 कमरे ब्लॉक करने पड़ते ताकि मरीजों को क्वारंटीन किया जा सके और पूरी तरह फिट होने के बाद ही वह वापस जुड़ते।'
आईपीएल की शुरूआत भी अच्छी नहीं हुई थी क्योंकि चेन्नई सुपरकिंग्स के कई सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे। हालांकि, संकट के समय में उपयुक्त कदम उठाए गए। धूमल ने कहा, 'जब हमने खबर सुनी तो समझने की कोशिश की स्थिति ज्यादा गंभीर तो नहीं। हमें बताया गया कि सभी में निम्न संक्रमण हैं। तो सभी एकांतवास में गए और हमने स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह का पालन किया। हम यूएई को धन्यवाद देना चाहते हैं, जो हर दम हमारे साथ खड़े रहे।'