- खिलाड़ी की गलती का टीम को भी होगा नुकसान
- खिलाड़ी को किया जा सकता है टूर्नामेंट से बाहर
- लग सकता है इतने करोड़ का जुर्माना, काटे जा सकते हैं अंक
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच आईपीएल 2020 के सुपर हिट होने के बाद बीसीसीआई टूर्नामेंट को लेकर संजीदा हो गया है। बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी केएम आसिफ के बायो बबल नियमों का उल्लंघन करने की बात आग की तरह फैल गई। ऐसे में बाद में सीएसके के सीईओ को आकर जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन की बात का खंडन करना पड़ा और इसके बाद मामला शांत हुआ।
लेकिन बीसीसीआई ने एहतियात बरतते हुए और इस घटना को वेक अप कॉल मानते हुए आनन-फानन में कड़े फैसले जैव सुरक्षित वातावरण को लेकर किए हैं। आईपीएल 2020 के दौरान 'बायो-बबल' से जुड़े नियमो का उल्लंघन करने पर खिलाड़ी को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ सकता है और टीम पर एक करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाए जाने के साथ तालिका में अंक भी काटे जा सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल में भाग लेने वाली सभी आठ फ्रेंचाइजी टीमों को अधिसूचना जारी करके सूचना दी है 'बायो-बबल' से 'अनधिकृत रूप से बाहर' जाने वाले खिलाड़ी को छह दिन के पृथकवास में जाना होगा। अगर ऐसा दूसरी बार होता है तो उस खिलाड़ी को एक मैच के लिए निलंबन कर दिया जाएगा। यदि वो तीसरी बार नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जायेगा और उसकी जगह टीम को दूसरा खिलाड़ी भी नहीं दिया जाएगा।
खिलाड़ियों को दैनिक स्वास्थ्य पासपोर्ट पूरा नहीं करने, जीपीएस ट्रैकर नहीं पहनने और निर्धारित कोविड-19 जांच समय पर नहीं करवाने पर तकरीबन 60,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ सकता है। यही नियम परिवार के सदस्यों और टीम अधिकारियों के लिये भी हैं।
संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे टूर्नामेंट के हर पांचवें दिन सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की कोविड-19 जांच की जा रही है। टीम अधिकारियों को भी बायो बबल के सख्त नियमों का उल्लंघन नहीं होना सुनिश्चित करने के लिए काफी सतर्क होने की जरूरत है।
अगर कोई फ्रेंचाइजी ‘किसी व्यक्ति को बबल में खिलाड़ी/सहयोगी स्टाफ से बातचीत करने की अनुमति देती है’ तो उसे पहले उल्लंघन पर एक करोड़ रूपये का जुर्माना भरना होगा, दूसरी बार ऐसा करने पर एक अंक काट लिया जायेगा और तीसरे उल्लंघन के लिये दो अंक (एक जीत के बराबर) काट लिये जायेंगे।
(भाषा इनपुट के साथ)