- कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण आगे बढ़ सकता है आईपीएल का कार्यक्रम
- आईपीएल 2020 को 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है
- ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आईपीएल 2020 35 से 37 दिनों में पूरा कराया जाएगा
मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को कितना आगे तक बढ़ा सकता है, इस बारे में चर्चा चल जारी है। ऐसे संकेत मिले हैं कि आगामी महीनों में कोरोनावायरस पर नियंत्रण कर लिया जाएगा, ऐसे में आईपीएल का आयोजन बाद (जुलाई-सितंबर) में भी कराया जा सकता है। फिलहाल, आईपीएल 13 की शुरुआत 29 मार्च के बजाय 15 अप्रैल कर दी गई है। जब फ्रेंचाइजी के मालिक शनिवार को बीसीसीआई अधिकारियों से मिले और आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल सदस्यों के साथ इस मामले पर विचार किया, तो कई बातें सामने निकलकर आईं। ऐसा माना जा रहा है कि आईपीएल को छोटा किया जा सकता है या फिर इसके लिए प्लान बी तैयार किया जाएगा।
हालांकि, मौजूदा हालातों को देखते हुए प्लान बी पर मुहर नहीं लगेगी, लेकिन प्लान ए, जिसमें टूर्नामेंट के सभी 60 मुकाबले खेले जाएंगे, इस पर विचार जारी है। इस बात पर विचार चल रहा है कि अगर अभी नहीं तो बाद में या फिर भारत में नहीं तो कहीं विदेश में ही सहीं। क्या सभी खिलाड़ी उस समय उपलब्ध होंगे या फिर नहीं। बीसीसीआई इसे हासिल करने के लिए कितना आगे तक जा सकता है? वैसे, लग रहा है कि काफी आगे जाने की योजना बना रहा है।
फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) जिसमें क्रिकेट के वार्षिक कार्यक्रम का पता चलता है। इस पर ध्यान दिया जाए तो साल 2020 के लिए जुलाई और सितंबर में कम टूर्नामेंट खेले जाने हैं। सितंबर में यूएई में एशिया कप टी20 खेला जाना है और इंग्लैंड की टीम अपने घर में पाकिस्तान और आयरलैंड की मेजबानी करेगी। इसके अलावा इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) जून और जुलाई के बीच द हंड्रेड को आधिकारिक रूप से लांच करने की योजना बना रहा है।
आईपीएल के पास मौका
इंग्लैंड और पाकिस्तान को छोड़ दें तो अधिकांश क्रिकेट देश जैसे ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान का कार्यक्रम ज्यादा व्यस्त नहीं है। सितंबर में एशिया कप के अलावा भारत को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले श्रीलंका के खिलाफ जून और जुलाई में तीन मैचों की वनडे और इतने ही मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेलनी है।
बीसीसीआई इस बारे में विचार कर रहा है कि क्या इस कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया जा सकता है और अगर ऐसा हुआ तो वह कैसे करेगा। जानकार का कहना है, '2009 आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में 37 दिनों के भीतर खेला गया था। यानी पांच सप्ताह और दो दिन। अगर इस तरह की जगह उपलब्ध हुई तो आईपीएल का अधिकांश हिस्सा भारत और कुछ विदेश में खेला जा सकता है। वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए पूरा टूर्नामेंट भी बाहर कहीं शिफ्ट किया जा सकता है। यह स्थिति पर निर्भर करेगा।'
कई विकल्पों पर ध्यान
आईपीएल के मामले में इंडस्ट्री कार्यकारी का कहना है कि कम से कम 37 दिन भी मुकाबले खेले गए तो 9 से 11 मैचों की संख्या घटाना पड़ेगी। ऐसे में टूर्नामेंट के कार्यक्रम में बदलाव किया जा सकता है। निकट भविष्य में इस बारे में ज्यादा विचार-विमर्श हो सकता है। लीग से जुड़े लोग कई विकल्पों पर ध्यान दे रहे हैं।