दुबई: एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम शुक्रवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी। टॉस के बाद जैसे ही धोनी ने जैसा की सीएसके की एकादश की घोषणा की तो सीएसके के कई फैन्स को मायूसी भी हुई। मायूसी की वजह थे चिन्ना थाला सुरेश रैना। सुरेश रैना को आईपीएल के 14 साल के इतिहास में पहली बार चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए अंतिम ग्यारह में जगह नहीं मिली।
धोनी और रैना की दोस्ती और उनकी जोड़ी क्रिकेट की दुनिया में बहुत मशहूर है। रैना और धोनी करियर के शुरुआती दौर से एक दूसरे के दोस्त रहे हैं। 15 अगस्त 2020 को धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया तो उसके थोड़ी ही देर बाद सुरेश रैना ने भी उनके नक्शे कदम पर चलते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी।
बिन रैना सब सून
आईपीएल 2020 में चेन्नई का हार बेहाल रहा था। रैना ने टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था और पारिवारिक कारणों का हवाला देकर स्वदेश वापस लौट आए थे। इसके बाद चेन्नई का बुरा हाल हुआ और वो पहली बार इतिहास में प्लेऑफ में एंट्री नहीं कर सकी। लोगों ने रैना को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। लेकिन नए सीजन में नए जोश के साथ मैदान पर उतरी चेन्नई ने शानदार वापसी की और आईपीएल 2021 के फाइनल में एंट्री कर ली।
आईपीएल फाइनल में रैना ने बनाए हैं सबसे ज्यादा रन
लेकिन पहली बार धोनी ने अपने सबसे करीबी खिलाड़ी को एकादश में जगह नहीं दी। रैना का प्रदर्शन आईपीएल फाइनल में शानदार रहा है। उनके नाम आईपीएल के खिताबी मुकाबले में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। रैना ने इससे पहले आठ बार खेले आईपीएल के फाइनल में 35.57 की औसत से 249 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक निकले और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 73 रन रहा।
आईपीएल 2021 में किया निराश
रैना पर धोनी ने लंबी नाकामी के बाद भी आईपीएल 2021 में भरोसा जताया। रैना को मौजूदा सीजन में 12 मैच खेलने का मौका मिला और इस दौरान वो 17.77 के मामूली औसत से केवल 160 रन बना सके। उनका इस सीजन सर्वाधिक स्कोर 54 रन रहा।