- डेविड वॉर्नर पंजाब के खिलाफ बिना खाता खोले आउट हुए
- लियाम लिविंगस्टोन ने वॉर्नर को अपना शिकार बनाया
- आईपीएल में 9 साल बाद पहली बार गोल्डन डक पर आउट हुए वॉर्नर
मुंबई: दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच नवी मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम पर आईपीएल 2022 का 64वां मैच खेला गया। मयंक अग्रवाल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। अग्रवाल ने सभी को चौंकाते हुए पारी के पहले ओवर के लिए गेंद पार्ट टाइम गेंदबाज लियाम लिविंगस्टोन को थमाई। इंग्लिश खिलाड़ी ने पहली ही गेंद पर डेविड वॉर्नर को कड़वी यादें ताजा कराई और उन्हें अपना शिकार बनाया। वॉर्नर पहली ही गेंद पर बड़ा शॉट खेलने जा रहे थे, लेकिन उनकी टाइमिंग अच्छी नहीं रही। प्वाइंट पर राहुल चाहर ने उनका कैच लपका।
डेविड वॉर्नर आईपीएल में 9वीं बार बिना खाता खोले आउट हुए। इस टी20 लीग में वो केवल तीसरी बार गोल्डन डक यानी पहली गेंद पर आउट हुए। ऑस्ट्रेलियाई ओपनर आईपीएल में 2013 के बाद पहली बार पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हुए। 9 साल पहले पंजाब किंग्स के खिलाफ ही वॉर्नर पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हुए थे। तब संदीप शर्मा ने दिल्ली के बल्लेबाज का शिकार किया था, जो नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने आए थे।
हालांकि, डेविड वॉर्नर को मैच में अपनी ही गलती भारी पड़ गई। वॉर्नर ने पंजाब किंग्स के खिलाफ अंतिम समय में अपना फैसला बदला और वो पहली गेंद पर स्ट्राइक लेने चले गए। लियाम लिविंगस्टोन ने पारी की पहली ही गेंद पर वॉर्नर को आउट कर दिया। असल में डेविड वॉर्नर को पहली गेंद पर स्ट्राइक नहीं लेना थी। केएल भरत की जगह टीम में शामिल किए गए सरफराज खान को स्ट्राइक लेनी थी।
सरफराज खान को पहली गेंद का सामना करने की तैयारी भी कर रहे थे, लेकिन तभी वॉर्नर ने अपना फैसला बदला और स्ट्राइक लेने की ठानी। वॉर्नर ने शायद लिविंगस्टोन को देखकर अपना फैसला बदला ताकि तेजी से रन बना सके। हालांकि, वॉर्नर को अंतिम समय में बदला अपना फैसला ही भारी पड़ गया। बाएं हाथ के बल्लेबाज बिना खाता खोले डगआउट लौट गए।
जल्दी विकेट गिरने का दिल्ली कैपिटल्स पर कोई असर नहीं पड़ा और मिचेल मार्श ने अर्धशतक जमाकर टीम को 159/7 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। फिर पंजाब की बल्लेबाजी फिसड्डी निकली और वो 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 142 रन बना सकी। इस तरह दिल्ली ने 17 रन से मैच जीता और प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को मजबूत किया। अब तक केवल गुजरात टाइटंस ही ऐसी टीम है, जिसने प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है।