- पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन बिना खाता खोले आउट हुए
- दिल्ली कैपिटल्स के नाम आईपीएल इतिहास का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ
- 2009 में डेक्कन चार्जर्स के भी शीर्ष तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट हुए थे
दुबई: दिल्ली कैपिटल्स को गुरुवार को आईपीएल 2020 के क्वालीफायर-1 में मुंबई इंडियंस के हाथों 57 रन की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी और इसी के साथ उसके नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया। दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 200 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 143 रन बना सकी। हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स के पास फाइनल में पहुंचने का मौका अभी भी बचा हुआ है। इसके लिए उसे दूसरे क्वालीफायर में एलिमिनेटर की विजेता को मात देना होगी।
बहरहाल, 201 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की शुरूआत बेहद लचर रही। 1.2 ओवर में उसने 0 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। इसी के साथ दिल्ली कैपिटल्स के नाम आईपीएल इतिहास का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया। आईपीएल इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी टीम के शीर्ष तीन बल्लेबाज स्कोरबोर्ड पर शून्य रन होने पर डगआउट लौटे।
बोल्ट-बुमराह ने दिए झटके
दिल्ली की शुरूआत मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने बिगाड़ी थी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने पृथ्वी शॉ को आउट स्विंग पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराया और फिर अजिंक्य रहाणे को इन स्विंग पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। बोल्ट ने विकेट मेडल ओवर डाला। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने दूसरे ओवर में शिखर धवन को बेहतरीन यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड करके दिल्ली को तीसरा झटका दिया। आईपीएल इतिहास में किसी टीम द्वारा यह सबसे खराब शुरूआत थी।
इससे पहले यह शर्मनाक रिकॉर्ड डेक्कन चार्जर्स और कोच्चि टस्कर्स के नाम संयुक्त रूप से दर्ज था। दोनों टीमों ने 1 रन पर शीर्ष तीन विकेट गंवाए थे। डेक्कन चार्जर्स ने 2009 में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ और कोच्चि टस्कर्स ने 2011 में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ यह अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
2009 में चेन्नई सुपरकिंग्स ने डेक्कन चार्जर्स के शीर्ष तीन बल्लेबाजों एडम गिलक्रिस्ट, वीवीएस लक्ष्मण और हर्शेल गिब्स को खाता नहीं खोलने दिया था। इसके बाद दिल्ली कैपिटल्स ने गुरुवार को दोबारा ऐसा वाकया दोहराया, लेकिन फर्क केवल 1 रन का रहा।