- दिल्ली कैपिटल्स को पहले क्वालीफायर में सीएसके के हाथों 4 विकेट की शिकस्त मिली
- गौतम गंभीर ने दिल्ली कैपिटल्स की बड़ी गलती का खुलासा किया
- दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में पहुंचने के लिए एक और मौका मिलेगा
दुबई: भारतीय टीम के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर रविवार को दिल्ली कैपिटल्स की हार से निराश हैं। गंभीर ने दिल्ली कैपिटल्स पर जमकर भड़ास निकाली और उनकी बड़ी गलती का खुलासा भी किया। गंभीर ने कहा कि 19वां ओवर कगिसो रबाडा से नहीं कराना दिल्ली की सबसे बड़ी गलती रही। गंभीर ने कहा कि रबाडा के चार ओवर का कोटा पूरा नहीं कराना दिल्ली की बड़ी गलती रही।
केकेआर के पूर्व कप्तान के मुताबिक भले ही रबाडा अच्छे फॉर्म में नहीं हो, लेकिन प्रोटियाज गेंदबाज को आवेश खान पर तरजीह मिलना चाहिए थी। गंभीर ने कहा, 'वो बड़ी गलती थी। आपको आवेश खान के बजाय अपने प्रमुख तेज गेंदबाज को आगे बढ़ाना चाहिए था। भले ही आवेश खान ने रुतुराज गायकवाड़ का महत्वपूर्ण विकेट लिया, लेकिन मैं तब भी 19वें ओवर में रबाडा के साथ जाता।'
आवेश खान ने दिल्ली के लिए पारी का 19वां ओवर किया था, जिसमें एक चौका और एक छक्का लगा। कई लोगों का मानना है कि यह ओवर निर्णायक साबित हुआ क्योंकि एमएस धोनी की टीम ने लय हासिल कर ली थी। गंभीर ने कहा कि युवा तेज गेंदबाज का विश्वास लगातार कम होगा, अगर उससे इस तरह की मुश्किल परिस्थितियों में गेंदबाजी करने को कहेंगे। गंभीर ने इतने दबाव वाले मैच में आवेश खान को कुशन देने का महत्व समझाया।
इस बात का पूरा श्रेय एमएस धोनी को जाता है: गंभीर
रॉबिन उथप्पा ने सीएसके के लिए नंबर-3 पर आकर प्रभावी पारी खेली और जमकर तारीफें लूटी। गंभीर ने कहा कि दाएं हाथ के बल्लेबाज को टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करना रास आता है। गंभीर इस बात से खुश हुए कि सीएसके ने अनुभवी बल्लेबाज के साथ धैर्य बरता गया। उथप्पा ने जोरदार वापसी करते हुए अर्धशतक जमाया और सीएसके को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उथप्पा ने 42 गेंदों में 63 रन की उम्दा पारी खेली।
गंभीर ने इस फैसले के लिए धोनी की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'उथप्पा को नंबर-3 पर भेजने का श्रेय एमएस धोनी को जाता है। उनके पास मोइन अली को भेजने का विकल्प भी था। मगर अच्छी बात यह है कि उन्होंने उथप्पा पर विश्वास दिखाया। उथप्पा को हमेशा ऊपर आकर बल्लेबाजी करना पसंद है।' बता दें कि दिल्ली ने दुबई में खेले गए पहले क्वालीफायर में सीएसके के सामने 173 रन का लक्ष्य रखा था। सीएसके ने इसे हासिल करते हुए 9वीं बार फाइनल में प्रवेश किया।