- दिनेश कार्तिक ने आईपीएल 2020 के सात मैचों में केकेआर का नेतृत्व किया
- दिनेश कार्तिक ने अब केकेआर की कप्तानी इयोन मॉर्गन को सौंपी है
- गंभीर का मानना है कि कप्तानी में बदलाव का मतलब है कि केकेआर प्रबंधन कार्तिक से खुश नहीं
अबुधाबी: कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) और मुंबई इंडियंस (एमआई) के बीच शुक्रवार को आईपीएल 2020 का 32वां मुकाबला खेला गया, लेकिन इससे घंटे पहले एक बड़ी खबर आई, जिसने भारतीय क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया। दरअसल, दिनेश कार्तिक ने केकेआर की कप्तानी छोड़कर यह जिम्मेदारी इयोन मॉर्गन को सौंप दी थी। जहां यह बताया गया कि कार्तिक ने यह फैसला अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए लिया है, वहीं पूर्व केकेआर कप्तान गौतम गंभीर का मानना है कि यह पूरी तरह सच नहीं है।
कोलकाता नाइटराइडर्स इतिहास के सबसे सफल कप्तान गंभीर ने कहा कि सीजन के बीच में कप्तानी में बदलाव का फैसला टीम प्रबंधन का हो सकता है। हालांकि, मॉर्गन को अच्छा कप्तान माना जाता है क्योंकि उनके नेतृत्व में इंग्लैंड ने 2019 विश्व कप जीता था। मगर गंभीर को नहीं लगता कि इंग्लिश कप्तान केकेआर के भाग्य को पूरी तरह बदल सकेंगे।
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत करते हुए कहा, 'क्रिकेट में रिश्ते मायने नहीं रखते, ईमानदार से कहूं तो यहां प्रदर्शन मायने रखता है। मुझे नहीं लगता कि मॉर्गन काफी चीजें बदल पाएंगे। अगर वह शुरूआत से कप्तानी करते तो बहुत कुछ बदल पाते। टूर्नामेंट के बीच में कोई बदलाव नहीं हो सकता। यह अच्छा है कि कप्तान और कोच के बीच रिश्ता अच्छा हो। मैं इस फैसले से थोड़ा हैरान हूं। दिनेश कार्तिक ने ढाई साल केकेआर का नेतृत्व किया। आप सीजन के बीच में ऐसा नहीं कर सकते। केकेआर इतनी खराब स्थिति में नहीं कि कप्तान बदलने की जरूरत पड़े, तो जी हां, मैं थोड़ा हैरान हूं।'
दो बार के आईपीएल विजेता गंभीर का मानना है कि अगर नाइटराइडर्स को कप्तानी में बदलाव करना था तो सीजन की शुरूआत में करते ताकि कार्तिक पर दबाव नहीं होता। गंभीर ने कहा, 'अगर केकेआर को यह बदलाव करना था तो टूर्नामेंट की शुरूआत में करते। अगर आप विश्व कप कप्तान के बारे में इतनी बाते कर रहे हो तो दिनेश कार्तिक पर इतना दबाव क्यों बनाया, सीधे मॉर्गन को कप्तानी क्यों नहीं सौंपी?'
कप्तानी बदलने की 'सच्चाई'
भले ही यह कहा गया कि दिनेश कार्तिक ने कप्तानी छोड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहते हैं। गंभीर का मानना है कि फैसला कुछ खामियों को लेकर आया होगा, तो प्रबंधन से लगातार आता है कि वह उसके साथ खुश नहीं हैं। गंभीर ने कहा, 'मेरी बात यह है कि ऐसा सुनकर बहुत अच्छा लगता है जब कोई कहता है कि मुझे अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना है, लेकिन सच्चाई यह है कि आपको प्रबंधन से संकेत मिलते हैं कि वो आपसे खुश हैं या नहीं।'
बता दें कि अब तक 8 मैचों में कार्तिक ने 14 की औसत से केवल 112 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 58 रन है। कप्तानी में बदलाव से अचानक नतीजा नहीं बदला क्योंकि केकेआर को मुंबई इंडियंस के हाथों शुक्रवार को 8 विकेट की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।