- हरभजन सिंह ने पिछले सप्ताह इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया
- अनुभवी भारतीय स्पिनर ने 2016 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला था
- हरभजन ने अब खुलासा किया उन्होंने एमएस धोनी से टीम से बाहर होने का कारण पूछा पर जवाब नहीं मिला
नई दिल्ली: टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने पिछले सप्ताह अपने पेशेवर करियर पर विराम लगाया। 1998 में हरभजन सिंह ने भारत के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 इंटरनेशनल मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया। करीब दो दशक तक टीम इंडिया का नियमित सदस्य रहे हरभजन सिंह ने 2011 में टीम से जगह गंवाई और अगले पांच साल तक वो टीम से अंदर-बाहर होते रहे। 2011 वर्ल्ड कप के बाद हरभजन सिंह ने 10 वनडे और 10 टेस्ट खेले। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी और 2015 वर्ल्ड कप में उनका सेलेक्शन नहीं हुआ।
इंडिया टीवी पर बातचीत करते हुए हरभजन सिंह ने खुलासा किया कि उन्होंने पूर्व कप्तान एमएस धोनी से टीम से बाहर होने का कारण जानना चाहा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। एक बार जब उन्हें महसूस हुआ कि जवाब पूछने का कोई मतलब नहीं है, हरभजन सिंह ने फिर कारण पूछना बंद कर दिया। हरभजन सिंह ने कहा, 'मैंने एमएस धोनी से जानना चाहा कि क्यों बाहर किया, लेकिन मुझे कोई कारण नहीं जानने को मिला। मुझे एहसास हुआ कि मेरे इस तरह के उपचार मिलने का कारण पूछने का कोई फायदा नहीं। इसके पीछे कौन है क्योंकि अगर आप लगातार पूछ रहे हो और कोई जवाब नहीं मिले, तो इसे छोड़ देना बेहतर है।'
हरभजन सिंह ने 2011 के बाद कई बार वापसी की, लेकिन टीम के नियमित सदस्य नहीं बने। उन्होंने 2016 में आखिरी बार भारतीय टीम के लिए मैच खेला था। हरभजन सिंह भारत में टी20 वर्ल्ड कप के सदस्य थे, लेकिन बेंच पर बैठे रहे। फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ अगली सीरीज से उन्हें बाहर कर दिया गया और इसके बाद वो वापसी नहीं कर सके। हालांकि, हरभजन सिंह आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में सक्रिय रहे। आईपीएल 2021 में वो इयोन मोर्गन के नेतृत्व वाली कोलकाता नाइटराइडर्स के सदस्य थे।
हरभजन सिंह भारतीय टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक रहे। भज्जी ने टेस्ट में 417 विकेट लिए और वनडे में 269 विकेट लिए। आईपीएल 2022 में वह बैकरूम स्टाफ से जुड़ सकते हैं। वह पार्ट टाइम कमेंटेटर भी रहे और हो सकता है कि एक बार फिर कमेंट्री करते हुए नजर आएंगे।