दुबई: दिल्ली कैपिटल्स के आलराउंडर हर्षल पटेल ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र में तटस्थ स्थलों पर खेलने से टीमों को घरेलू हालात में खेलने का फायदा उठाने का मौका नहीं मिलेगा और विभिन्न स्थलों की विभिन्न पिचों से लगातार सामंजस्य बैठाना टीमों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। करोना वायरस संक्रमण के बढ़त मामलों के कारण दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग का आयोजन इस बार यूएई में तीन स्थलों दुबई, अधु धाबी और शारजाह में होगा।
'घरेलू मैदान पर खेलने का फाएदा नहीं मिलेगा'
पटेल ने कहा, 'मुझे लगता है कि प्रत्येक स्थिति के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। तटस्थ स्थलों पर खेलने से निश्चित तौर पर घरेलू मैदान पर खेलने का फाएदा नहीं मिलेगा इसलिए यह टीमों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि आप एक तरह के विकेट पर निर्भर नहीं रह सकते।' इस आलराउंडर ने कहा कि टीमों के पास पिचों को अपने मजबूत पक्षों के अनुसार तैयार करने का मौका नहीं होगा।
'टीमें इस चुनौती को किस तरह लेती हैं'
उन्होंने कहा, 'हमने अतीत में देखा है कि अगर टीमों के पास अच्छे स्पिनर हैं तो वे स्पिन की अनुकूल पिचें तैयार करने को प्राथमिकता देते हैं और इससे वे स्पिनरों का इस्तेमाल करके जीत दर्ज कर सकते हैं।' पटेल ने कहा, 'लेकिन जब आप तटस्थ स्थल पर खेलते हैं तो आपके पास यह फायदा नहीं होता। मुझे लगता है कि यह देखना काफी रोमांचक होगा कि टीमें इस चुनौती को किस तरह लेती हैं। मुझे लगता है कि इस तरह की पिचों पर किसी भी चीज से अधिक आपका कौशल अधिक मायने रखेगा।'
'आईपीएल मेरे लिए सबसे बड़ा टूर्नामेंट'
टूर्नामेंट लंबा है और मौसम निश्चित तौर पर चुनौतीपूण होगा और ऐसे में पटेल ने कहा कि खिलाड़ी बेहद तेज गर्मी के बीच अपनी ऊर्जा कैसे बचाते हैं यह महत्वपूर्ण होगा। दायें हाथ का यह तेज गेंदबाज पिछले साल दायें हाथ में फ्रेक्चर के कारण सिर्फ दो मैच खेलने के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गया था। उन्होंने कहा, 'बीच में टूर्नामेंट को छोड़ देना मेरे लिए काफी मुश्किल था क्योंकि मुझे लगता है कि मैं अच्छी लय में था और बेशक मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था।' पटेल ने कहा, 'आईपीएल मेरे लिए सबसे बड़ा टूर्नामेंट है क्योंकि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलता इसलिए यह काफी मुश्किल लम्हा था।'