- आईपीएल 2022 के लिए दो नई टीमों लखनऊ और अहमदाबाद की घोषणा हुई
- संजीव गोयनका के आरपीएसजी और प्राइवेट इक्विटी फर्म सीवीसी ने जीती बोली
- बीसीसीआई को इन दो टीमों से 12000 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई हुई
दुबई: Two new teams for IPL 2022: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को आईपीएल 2022 के लिए दो नई टीमों की घोषणा कर दी है। लखनऊ और अहमदाबाद आईपीएल के दो नए शहर होंगे। दुबई में सोमवार को छह घंटे की लंबी प्रक्रिया के बाद बीसीसीआई ने घोषणा की है कि संजीव गोयनका के आरपीएसजी ग्रुप और प्राइवेट इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल को फ्रेंचाइजी के मालिकाना हक सौंपे गए हैं। आरपीएसजी ग्रुप ने लखनऊ की टीम जबकि सीवीसी ने अहमदाबाद की टीम का मालिकाना हक हासिल किया।
बीसीसीआई को इन दो टीमों के बिकने से बड़ा फायदा हुआ है। बीसीसीआई को दो नई टीमों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रत्येक फ्रेंचाइजी से 7000 करोड़ रुपए से 10,000 करोड़ रुपए तक मिलने की उम्मीद थी। ऐसी 22 कंपनियां हैं, जिन्होंने 10 लाख रुपए के निविदा (टेंडर) दस्तावेज लिए हैं। नई टीमों के लिए आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपए रखा गया है। ऐसे में केवल पांच से छह गंभीर बोली लगाने वालों के होने की उम्मीद थी।
हुआ भी कुछ ऐसा ही। पांच या छह ग्रुप ने टीम खरीदने के लिए मोटी बोली लगाई थी। इसमें आरपीएसजी और सीवीसी ने बाजी जीती। फ्रेंचाइजी को खरीदने की दौड़ में पिछड़ने वाली बड़ी कंपनियों में गौतम अडानी का अडानी समूह शामिल है जिसने लगभग पांच हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। मैनचेस्टर यूनाईटेड का स्वामित्व रखने वाले ग्लेजर और टोरेंट समूह की बोली भी शीर्ष दो बोली में शामिल नहीं रही।
कितने में बिकी दोनों टीमें
जानकारी मिली है कि दोनों टीमों के बिकने की कुल कमाई 12,690 करोड़ रुपए है। कोलकाता के दिग्गज उद्योगपति संजीव गोयनका के आरपी-एसजी समूह ने सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग की लखनऊ फ्रेंचाइजी 7090 करोड़ रुपये में खरीदी जबकि अंतरराष्ट्रीय इक्विटी निवेश फर्म सीवीसी कैपिटल ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी 5600 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपने नाम की। बीसीसीआई को 2022 से आईपीएल में हिस्सा लेने वाली दो नई टीमों से 10 हजार करोड़ रुपये के आसपास मिलने की उम्मीद थी, लेकिन उसे 12,690 करोड़ रुपये की कमाई हुई।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम नहीं जाहिर करने पर बताया, 'हां, आरपीएसजी ने 7090 करोड़ रुपये की सर्वाधिक बोली लगाई जबकि सीवीसी ने 5600 करोड़ रुपये की दूसरी सबसे बड़ी बोली लगाई। बीसीसीआई को इस करार से लगभग एक अरब 70 करोड़ डॉलर की कमाई होगी।'