- आईपीएल में पहली बार एक सीजन में 50 खिलाड़ी हुए गोल्डन डक का शिकार
- खाता खोले बगैर पवेलियन लौटने वाले खिलाड़ियों का भी पूरा होने वाला है सैकड़ा
- आईपीएल में टूटा एक सीजन में सबसे ज्यादा गोल्डन डक बनाने का 9 साल पुराना रिकॉर्ड
मुंबई: आईपीएल 2022 में गेंदबाज जमकर कहर परपा रहे हैं। बल्लेबाजों से ज्यादा इस बार गेंदबाजों के बारे में ज्यादा चर्चा हो रही है। ऐसे में गेंदबाजों ने मौजूदा सीजन में बल्लेबाजों को गोल्डन डक पर आउट करने का एक ऐसा रिकॉर्ड कायम कर दिया है जो इससे पहले आईपीएल में कभी नहीं हुआ।
डेवोन कॉन्वे बने गोल्डन डक बनाने वाले 50वें बल्लेबाज
गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियन्स के बीच खेले गए मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉन्वे मुकेश चौधरी के खिलाफ खेलते हुए पहली ही गेंद पर एलबीडब्लू हो गए। मौजूदा सीजन में ऐसा यह पचासवीं बार हुआ जब बल्लेबाज 'गोल्डन डक' बनाकर पवेलियन वापस लौटा। पहली बार आईपीएल के एक सीजन में खिलाड़ियों ने 'गोल्डन डक' की फिफ्टी पूरी कर दी।
9 साल पहले 46 खिलाड़ी हुए थे गोल्डन डक का शिकार
इससे पहले एक सीजन में सबसे ज्यादा बार खिलाड़ियों के 'गोल्डन डक' पर आउट होने का रिकॉर्ड साल 2013 में बना था। उस सीजन में कुल 46 खिलाड़ी पहली गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौटे थे। ऐसे में इस शर्मनाक रिकॉर्ड को टूटने में 9 साल लंबा वक्त लग गया।
शून्य का शतक पूरा होने से 8 कदम दूर
आईपीएल 2022 में अबतक खेले 59 मैच में 92 खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए हैं जिसमें से 50 खिलाड़ियों ने अपने विकेट पहली गेंद पर गंवाए हैं। सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के सबसे ज्यादा 16 खिलाड़ी शून्य पर आउट हुए हैं। वहीं राजस्थान रॉयल्स के लिए शून्य पर आउट होने वाले एकलौते खिलाड़ी देवदत्त पडिक्कल रहे हैं।
इस सूची में दूसरे पायदान पर आरसीबी 13 शून्य के साथ काबिज है। तीसरे पायदान पर मुंबई और चेन्नई की टीमें हैं जिनके 11-11 खिलाड़ी खाता खोले बगैर पवेलियन लौटे हैं। वहीं गुजरात के 10, पंजाब किंग्स के 9, सनराइजर्स हैदराबाद के 8, दिल्ली कैपिटल्स के 7 और लखनऊ सुपर जायंट्स के 6 और राजस्थान का केवल एक खिलाड़ी खाता खोले बगैर पवेलियन लौटा है।