- कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच आनंद राजन के पिता ईरान में फंसे
- आनंद राजन आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल चुके हैं
- ईरान में कोरोनावायरस के कारण 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के क्रिकेटर आनंद राजन इस समय काफी परेशान हैं। आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व कर चुके राजन के पिता इस समय ईरान में फंसे हुए हैं, जो देश कोरोनावायरस के कारण संघर्ष कर रहा है। राजन ने टाइम्स नाउ हिंदी से बातचीत में कहा, 'मेरी पिता से लगातार बात हो रही है। भारतीय सरकार कई भारतीयों को ईरान से ला चुकी है। मुझे उम्मीद है कि मेरे पिता भी जल्द ही आएंगे।'
बता दें कि ईरान में 20,000 से ज्यादा कोरोनावायरस के मामले सामने आ चुके हैं। अब तक 1500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ईरान इस समय दुनिया से कट चुका है। राजन ऐसे में कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं। तेज गेंदबाज ने कहा, 'मेरे पिता ने मुझसे कहा कि एंबेसी उन्हीं यात्रियों को हरी झंडी दे रही है, जिनका चिकित्सीय परीक्षण वह अपनी तरफ से कर रहे हैं। मुझे बताया गया कि एंबेसी के पास इस वायरस से निपटने के लिए जरूरत वाली मेडिकल किट नहीं है। इसलिए समय निकलता जा रहा है। अगले एक सप्ताह तक कोई अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट आने की अनुमति नहीं है। ऐसे में हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा।'
ईरान में एंबेसी से मांगी मदद
बता दें राजन ने मध्यप्रदेश के लिए 40 प्रथमश्रेणी मैच खेले हैं और आईपीएल में दो फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया है। राजन ने ईरान में भारतीय एंबेसी को ट्वीट करके मदद मांगी है और उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि पिता से संपर्क किया जाएगा। मगर अब तक कुछ भी नहीं हुआ है। राजन ने ईरान में एंबेसी को ट्वीट किया, लेकिन उन्हें जवाब का इंतजार है।
राजन ने कहा, 'मैंने तेहरान में भारतीय एंबेसी को ट्वीट किया, उन्होंने कहा कि वह मेरे पिता से संपर्क करेंगे, लेकिन अब तक किसी ने संपर्क नहीं किया। इस समय वह सलामत हैं और काजविन में अपने घर में रह रहे हैं, जो तेहरान से दो घंटे की दूरी पर है। वहीं हमारे परिवार वाले डरे हुए हैं। आप समझ सकते हैं।'
बता दें कि भारतीय सरकार ने ईरान, जापान, मिलान और दुनिया के अन्य हिस्सों से भारतीयों को निकाला है और वापसी पर उन्हें एकांत में रखा है। भारतीय अंडर-19 टीम के लिए खेल चुके राजन ने कहा कि पिछले 8 साल से उनके पिता तेहरान में काम कर रहे हैं और अब तक वह बिलकुल ठीक है। उन्हें बीमारी के कोई संक्रामण नहीं है। राजन ने कहा, 'अचानक संकट ने हम सभी को चिंतित कर दिया है। हम अपने पिता को यहां वापस चाहते हैं। कम से कम ऐसे समय में वह हमारे साथ रहे।'