- वरुण चक्रवर्ती ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पांच विकेट झटके
- वरुण मौजूदा आईपीएल में एक पारी में पांच विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने
- वरुण ने याद किया कि 2015 में कैसे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष किया
अबुधाबी: वरुण चक्रवर्ती को ज्यादा लोग नहीं जानते थे जब तक आईपीएल 2019 से पहले खिलाड़ियों की नीलामी में रहस्यमयी स्पिनर को किंग्स इलेवन पंजाब ने 8.4 करोड़ रुपए में खरीदा। वरुण चक्रवर्ती एक ही रात में सनसनी बन गए थे। चक्रवर्ती ने तब तमिलनाडु प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन किया था और नीलामी में उनकी मांग ऊंची थी। हालांकि, वरुण के लिए सीजन अच्छा नहीं बीता और वह किंग्स इलेवन पंजाब के लिए केवल एक मैच खेल सके।
इसके बाद चोट के कारण वरुण चक्रवर्ती आईपीएल 2019 से बाहर हो गए। फिर पिछले साल कोलकाता नाइटराइडर्स ने वरुण चक्रवर्ती को लिया और इयोन मॉर्गन के नेतृत्व वाली टीम के लिए उन्होंने दमदार प्रदर्शन किया। आईपीएल 2020 में वरुण को 10 मैचों में खेलने का मौका मिला और उन्होंने 10 विकेट चटकाए। चक्रवर्ती ने शनिवार को इतिहास रचा जब वह मौजूदा आईपीएल में एक पारी में पांच विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने।
तमिलनाडु के रहस्यमयी स्पिनर ने अबुधाबी के शेख जायेद स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। नितिश राणा (81) और सुनील नरेन (64) की उम्दा पारियों की बदौलत कोलकाता नाइटराइडर्स ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 194 रन बनाए। जवाब में वरुण चक्रवर्ती ने पांच विकेट लेकर दिल्ली को 20 ओवर में 9 विकेट पर 135 रन के स्कोर पर रोक दिया।
वरुण चक्रवर्ती ने चार ओवर में 20 रन देकर पांच विकेट झटके। उन्होंने श्रेयस अय्यर, रिषभ पंत, शेमरॉन हेटमायर और मार्कस स्टोइनिस को अपना प्रमुख शिकार बनाया। मैच के बाद चक्रवर्ती ने आईपीएल हीरो बनने तक अपनी यात्रा को याद किया। इस दौरान वरुण चक्रवर्ती ने काफी उतार-चढ़ाव देखे। उन्होंने खुलासा किया कि कैसे 2015 में आर्किटेक्ट की नौकरी में वह अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे थे, जिससे उन्हें क्रिकेट में वापसी करने की प्रेरणा मिली और फिर इसके बाद वो कही नहीं रुके।
वरुण चक्रवर्ती ने सुनाई अपनी दास्तां
कमेंटेटर हर्षा भोगले ने चक्रवर्ती से पूछा कि आर्किटेक्ट से क्रिकेट में आने का फैसला कब किया, तो रहस्यमयी स्पिनर ने जवाब दिया, '2015 में जब मैं पैसे नहीं कमा पा रहा था। मैंने तब फ्रीलांस किया और अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था। तब मुझे लगा कि कुछ अलग करना चाहिए, तो इस तरह मैं क्रिकेट में लौटा।'
जब केकेआर के स्पिनर से पूछा गया कि अब दोबारा कभी आर्किटेक्ट नहीं कहलाना चाहेंगे तो चक्रवर्ती ने कहा कि वो अपनी नौकरी नहीं छोड़ने वाले क्योंकि उन्हें आर्किटेक्चर पसंद है और उनकी योजना इसके आस-पास रहने की है। चक्रवर्ती ने क्रिकेट में लौटने से पहले एक निजी फर्म में कुछ साल काम किया। अब उनके नाम आईपीएल में पांच विकेट लेना जुड़ गया और बस वो ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट पिच से हासिल करना चाहते हैं।