ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने अपने डिप्रेशन से जूझने के बारे में खुलकर बात की है। जॉनसन ने बताया कि वह क्रिकेट करियर के दौरान और बाद में डिप्रेशन का शिकार रहे हैं और कई बार आत्मविश्वास को लेकर संघर्ष करना पड़ा है। उन्होंने साथ ही खुलासा किया कि वह फिलहाल परिवर्तन के दौर से गुजर रहे हैं। बता दें कि जॉनसन अपने जमाने के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक थे। 38 वर्षीय गेंदबाज ने 8 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 313 टेस्ट और 239 वनडे विकेट झटके। वह 2007 और 2015 में ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने साल 2018 में सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था।
'मैं अब बदलाव के दौर में हूं'
जॉनसन ने चैनल 7 से बातजीत में डिप्रेशन को लेकर कहा कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से मुझे काफी मुश्किल हो रही है। अचानक आप खाली हो गए हैं और आपका मकसद भी उतना बड़ा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि मैं कई बार आत्मविश्वास के साथ संघर्ष करता हूं। मैं अब बदलाव के दौर में हूं और मुझे क्रिकेट से दूर हुए लगभग दो साल हो गए हैं। जॉनसन ने साथ ही यह भी स्वीकार किया कि वह जब युवा थे तभी से डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह बहुत बार कठिन लगा है। मुझे पता चला था कि मैं डिप्रेशन में चल गया। लेकिन मुझे लगता है कि मैं डिप्रेशन में यंग एज से ही था।
'कई बार बुरी तरह जूझना पड़ता है'
जॉनसन ने आगे कहा कि अपने क्रिकेट करियर के दौरान भी मैंने इसका (डिप्रेशन) सामना किया है। अब मैं आगे बढ़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि आपकी जिंदगी में कई मौके ऐसे आते हैं जब आपको इसके साथ बुरी तरह जूझना पड़ता है। यह वास्तव में तब और मुश्किल भर हो सकता है जब आपको चीजों के बारे में सोचने के लिए बहुत समय मिलता है।