- मोहम्मद अजहरूद्दीन ने 54 गेंदों में नाबाद 137 रन की पारी खेलकर काफी सुर्खियां बटोरी
- अजहरूद्दीन ने कहा कि वह कोहली के साथ ओपनिंग करना चाहते हैं
- अजहरूद्दीन ने कहा कि वह केरल टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं
कोच्चि: केरल के ओपनर मोहम्मद अजहरूद्दीन ने हाल ही में संपन्न सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उम्दा शतक जमाकर काफी सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद मोहम्मद अजहरूद्दीन ने 18 फरवरी को चेन्नई में होने वाली आईपीएल 2021 नीलामी के लिए अपना नाम दर्ज करा लिया है। 26 साल के बल्लेबाज ने मुंबई के खिलाफ सिर्फ 54 गेंदों में 9 चौके और 11 छक्के की मदद से नाबाद 137 रन की पारी खेली थी।
स्टाइलिश बल्लेबाज ने टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे प्रभावी पारी खेलते हुए जमकर सुर्खियां बटोरी। अजहरूद्दीन ने केवल 37 गेंदों में सैकड़ा पूरा कर लिया था, जो कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में संयुक्त रूप से तीसरा ससे तेज शतक था। अजहरूद्दीन ने आगामी आईपीएल नीलामी के बारे में अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि अगर उन्हें किसी टीम ने नहीं भी खरीदा तो इससे उनकी जिंदगी या करियर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अजहरूद्दीन ने आईईमल्यालम डॉट टॉम से बातचीत करते हुए कहा, 'कोई भी फैसला हो चाहे सकारात्मक या नकारात्मक, इससे मेरी जिंदगी और मेरे करियर पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया। शेष चीजें मेरे नियंत्रण में नहीं हैं। यह मायने नहीं रखता कि मुझे मौका मिलेगा या नहीं। मेर लक्ष्य केरल टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।'
सीनियर्स की सलाह काफी फायदेमंद
युवा बल्लेबाज ने इस दौरान अपने सपने का खुलासा करते हुए कहा- विराट कोहली के साथ पारी की शुरूआत करना। अजहरूद्दीन ने साथ ही कहा कि सीनियर खिलाड़ी-रॉबिन उथप्पा और एस श्रीसंत ने उन्हें बल्लेबाजी से संबंधित उपयोगी टिप्स दिए, जिससे उन्हें काफी फायदा मिला। अजहरूद्दीन ने कहा, 'रॉबिन भाई और श्री भाई ने हमारा काफी समर्थन किया और शानदार टिप्स भी दिए। वो हमेशा हमारा हौसला बढ़ाते हैं। इसके साथ-साथ हम उन्हें देखकर काफी कुछ सीख लेते हैं।'
केरल के बल्लेबाज ने मुंबई के खिलाफ बेहतरीन शतक जमाया था और उन्होंने कहा कि इस पारी के बाद वह ज्यादा जिम्मेदार बने। अजहरूद्दीन ने कहा, 'दबाव था कि हम उनके मैदान पर ढंग से खेल पाएंगे या नहीं। ऐसा हमेशा होता है। मगर मुंबई के खिलाफ शतक से मुझे काफी विश्वास मिला। इससे मैं काफी जिम्मेदार बना। मेरे कोच ने मुझे सावधान रहने को कहा, कि हम इसे हल्के में नहीं ले सकते हैं। वरना यह अति आत्मविश्वास महसूस होगा। मैं अपनी बल्लेबाजी का आनंद उठाना चाहता हूं और टीम को जीत दिलाना चाहता हूं। बस यही चीज मेरे दिमाग में घूमती है।'