- एमएस धोनी एक साल से भी ज्यादा समय के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में लौट रहे हैं
- धोनी के सामने मुश्किल चुनौती है क्योंकि सीएसके के दो प्रमुख खिलाड़ी नहीं खेलेंगे
- सीएसके टीम प्रबंधन ने थलाइवा धोनी पर पूरा भरोसा जताया है
नई दिल्ली: मार्टिन गप्टिल के सीधे थ्रो की यादें आज भी ताजा हैं। एमएस धोनी अपने चेहरे के भाव छिपाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनके पवेलियन लौटते समय पूरी कहानी बयां हो रही थी। इस बार धोनी की बॉडी लैंग्वेज से भारत के विश्व कप खिताब के सपना टूटने की कहानी दिख रही थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में धोनी ने हमेशा की तरह कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके।
फिर एक साल तक संदेह और कयासों के बाद एमएस धोनी ने अपने पसंदीदा गीत 'मैं पल दो पल का शायर हूं' पर वीडियो बनाकर अपने अनोखे अंदाज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। पिछले प्रतिस्पर्धी मुकाबले के 436 दिन बाद और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के 34 दिन बाद एमएस धोनी की मैदान पर वापसी होने जा रही है। 39 साल के धोनी की वापसी आईपीएल 2020 के उद्घाटन मैच में होगी।
436 दिनों में दुनिया में काफी कुछ बदल चुका है। जब एमएस धोनी अबुधाबी में चेन्नई सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैदान पर आएंगे तो स्टैंड्स में उन्हें दर्शकों की आवाज सुनाई नहीं देगी। वापसी करने वाले सुपरकिंग को खाली स्टैंड्स का सामना करना होगा। बहरहाल, वर्चुअल दुनिया में भी एमएस धोनी की दीवानगी बहुत ज्यादा है। धोनी के समर्पित फैंस आईपीएल के पहले मुकाबले से पूर्व कुछ विशेष कर रहे हैं।
धोनी पर बड़ी जिम्मेदारी
एमएस धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, तो उन पर से जिम्मेदारी काफी हल्की हो गई है। मगर ऐसा नहीं है। धोनी की जिम्मेदारी मौजूदा आईपीएल में इसलिए बढ़ गई है क्योंकि उन्हें अपने दो प्रमुख खिलाड़ियों सुरेश रैना और हरभजन सिंह की सेवाएं नहीं मिलेंगी। दोनों खिलाड़ियों ने निजी कारणों का हवाला देकर आईपीएल 2020 से अपना नाम वापस ले लिया है।
जहां सीएसके को इन खिलाड़ियों के विकल्प की तलाश करना है, वहीं कई लोगों का मानना है कि रैना की गैरमौजूदगी फ्रेंचाइजी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है। रैना पर बल्लेबाजी में निर्भर रहने के अलावा मैदान पर उनकी ऊर्जा भी देखते बनती है। चेन्नई सुपरकिंग्स ने जब भी आईपीएल में हिस्सा लिया तो टॉप-4 तक पहुंची, लेकिन पहली बार उसकी प्रतिभा पर संदेह किया जा रहा है कि मुश्किल काम है।
बहरहाल, कोच स्टीफन फ्लेमिंग कह चुके हैं कि एमएस धोनी तरोताजा हैं और मैदान पर उतरने को तैयार हैं। टीम प्रबंधन को भी उम्मीद है कि धोनी है न सब ठीक कर देंगे।