- पंजाब किंग्स के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने किया खुलासा
- अर्शदीप ने बताया कि आईपीएल में उनकी सफलता का राज क्या है
- कैसे भारत का श्रीलंका दौरा उनके लिए वरदान साबित हुआ
पंजाब किंग्स के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शानदार सफलता का राज श्रीलंका दौरे में छुपा है जहां उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के कोच पारस म्हाम्ब्रे की देखरेख में अपने रन अप में बदलाव करने के साथ इनस्विंगर में सुधार किया था।
यह 22 वर्षीय वामहस्त गेंदबाज जून-जुलाई में भारतीय टीम के साथ नेट गेंदबाज के रूप में श्रीलंका गया था तथा टीम में कोविड-19 के मामले पाये जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के करीब भी पहुंच गया था। अर्शदीप ने आईपीएल बहाल होने पर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पांच विकेट लेकर तुरंत ही प्रभाव छोड़ा। वह इस सत्र में 19.18 की औसत 16 विकेट ले चुके हैं।
इस तेज गेंदबाज ने पीटीआई के साथ बातचीत में भारतीय टीम के साथ बिताये दिनों को याद किया जिससे उन्हें बेहतर गेंदबाज बनने में मदद मिली। राहुल द्रविड़ उस दौरे में टीम के मुख्य कोच थे। अर्शदीप ने कहा, ‘‘वह शानदार अनुभव था। जब आप टीम के साथ दौरा करते हैं तो भले ही आप खेल नहीं रहे हों तब भी काफी कुछ सीखने को मिलता है।
राहुल सर के रहते हुए माहौल बहुत अच्छा था। हमारे वहां पहुंचने पर पहली ‘जूम मीटिंग’ में उन्होंने कहा था कि यह 20 खिलाड़ियों की नहीं 25 खिलाड़ियों (नेट गेंदबाज सहित) की टीम है और सभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे आपको लगता है कि आप टीम का हिस्सा हो। इसके अलावा वहां सीनियर और जूनियर वाली बात नहीं थी। आप कप्तान से लेकर साथी नेट गेंदबाज और सहयोगी स्टाफ तक किसी से भी सीख सकते थे।’’
म्हाम्ब्रे के साथ बिताये गये समय के बारे में अर्शदीप ने कहा, ‘‘मैंने पारस के साथ बहुत अच्छा समय बिताया। उन्होंने मेरे रन अप पर काम किया। इसे थोड़ा सीधा किया जिससे मुझे गेंद को अंदर लाने में मदद मिली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने मेरे फालोथ्रू पर काम किया। मैं वहां एक महीने रहा और प्रशिक्षण के लिये लिहाज से वह बहुत अच्छा अनुभव था।’’