- 18वें ओवर में राहुल तेवतिया ने मचाया था राशिद खान के ओवर में धमाल
- तीन गेंद पर तीन चौके जड़कर पलट दिया मैच का पासा
- तेवतिया ने बताया कि राशिद खान के खिलाफ वो कैसे कर पाए ऐसा
दुबई: आईपीएल 2020 में रविवार को राजस्थान रॉयल्स ने सनराइजर्स हैदाराबाद के खिलाफ 5 विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। राजस्थान की जीत के हीरो एक बार फिर राहुल तेवतिया रहे जिन्होंने युवा रियान पराग के साथ मिलकर मैच का पासा ही पलट दिया। 5 विकेट पर 78 रन के स्कोर से उबारकर टीम को जीत दिला दी।
राजस्थान के सफल रन चेज के दौरान सनराइजर्स के कप्तान डेविड वॉर्नर ने 18वें ओवर में अपने ट्रंप कार्ड राशिद खान का इस्तेमाल किया तो उनका ये वार भी खाली चला गया। तेवतिया ने शानदार गेंदबाजी कर रहे राशिद के ओवर में लगातार तीन चौके जड़कर हैदराबाद के मनोबल को मैच के आखिरी पलों में गिरा दिया। राशिद जब गेंदबाजी करने आए थे जब राजस्थान को जीत के लिए 18 गेंद में 36 रन बनाने थे।
राशिद इससे पहले 3 ओवर में 12 रन देकर 2 विकेट लेकर अपने इरादे जाहिर कर चुके थे। ऐसे में जब वो गेंदबाजी करने आए तो दूसरी गेंद पर तेवतिया से राशिद का सामना हुआ। तेवतिया ने देखते ही देखते तीन गेंद में शानदार अंदाज में लगातार तीन चौके जड़ दिए। मैच के बाद जब दूसरे छोर से तेवतिया का साथ दे रहे रियान पराग ने उनसे ये पूछा कि राशिद के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए उनके दिमाग में क्या चल रहा था उसका विस्तार से तेवतिया ने जवाब दिया।
तेवतिया ने पराग से कहा, इस ओवर से पहले हमारी तुम्हारी बात हुई थी कि जिस गेंद को मार सकते हैं तो उस पर शॉट खेलना है। ऐसे में मुझे लगा कि मैं इस ओवर में चांस ले सकता हूं तो मैं लूंगा क्योंकि मुझे ऐसा लग रहा था कि अगर इस ओवर में 15 रन तक आ जाते हैं तो हमारे जीतने का मौका बन जाएगा और हम मैच में वापस आ जाएंगे।'
तेवतिया ने आगे कहा, जब तुमने राशिद की पहली बॉल पर सिंगल लिया तो मुझे लगा कि अगर मेरे एरिया में अगर गेंद आएगी तो शॉट मारूंगा। ऐसे में मैंने आखिरी समय पर सोचा कि इसमें रिवर्स स्वीप मारता हूं। वो शॉट प्री प्लान नहीं था और चौका चला गया। वहीं दूसरी गेंद पर मुझे लगा कि गेंदबाज सोचेगा कि मैं इसबार रिवर्स स्वीप नहीं मारूंगा। इसलिए दूसरा वाला प्री-प्लान था कि वो नहीं सोच रहा होगा कि मैं रिवर्स स्वीप नहीं मारूंगा तो मैंने मारा।
इसके बाद तीसरे चौके के बारे में तेवतिया ने कहा, तीसरी गेंद पर उन्होंने फील्डिंग चेंज की थी तो मुझे लगा था कि अगर मुझे हॉफ वॉली मिली तो मैं उसे कवर्स के ऊपर से उड़ा दूंगा तो मैं जैसा सोच रहा था सौभाग्य से वैसा ही हुआ। वो गेंद हॉफ वाली मिली और मैंने उसे बाउंड्री के पार पहुंचा दिया।