- संजू सैमसन ने राहुल तेवटिया की जमकर तारीफ की
- सैमसन ने तेवटिया को चौथे नंबर पर भेजने का कारण बताया
- तेवटिया-सैमसन की पारी से राजस्थान ने पंजाब पर रिकॉर्ड जीत दर्ज की
शारजाह: राहुल तेवटिया ने शेल्डन कॉटरेल द्वारा किए पारी के 18वें ओवर में पांच छक्के जड़े और संजू सैमसन (85) की उम्दा पारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम पर सुपर संडे मनाते हुए किंग्स इलेवन पंजाब को मात दी। राजस्थान रॉयल्स ने चार विकेट से मुकाबला जीतते हुए आईपीएल इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
हालांकि, एक समय तक पंजाब की क्लीयर विनर नजर आ रही थी। राजस्थान का स्कोर 15 ओवर में 140/2 था, उसे जीतने के लिए 30 गेंदों में 84 रन की दरकार थी। संजू सैमसन तब 35 गेंदों में 64 रन बनाकर अच्छी लय में नजर आ रहे थे, जबकि राहुल तेवटिया 21 गेंदों में 14 रन बनाकर संघर्ष कर रहे थे। हालांकि, तेवटिया ने अपना विकेट गंवाने की नहीं ठानी और बस एक शॉट का इंतजार करते रहे।
सैमसन के आउट होने के बाद तेवटिया ने 18वें ओवर में पांच छक्के जमा दिए। यहां से बाजी पलट गई और देखते ही देखते राजस्थान मैच जीत गया। राहुल तेवटिया के बारे में बात करते हुए संजू सैमसन ने कहा, 'यह बहुत बहादुर वाली पारी थी। उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी। मैं साझेदारी के दौरान देख पा रहा था कि वो कनेक्ट नहीं कर पा रहे हैं। मगर उन्होंने खेलना जारी रखा और उसमें वो क्षमता है कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के ओवर में 30 रन बना दे। इससे उसका आत्मविश्वास बहुत बढ़ा होगा।'
राहुल तेवटिया को नंबर-4 पर भेजने का लॉजिक
बतौर स्पिनर खेलने वाले राहुल तेवटिया को रॉबिन उथप्पा और रियान प्रयाग के ऊपर चौथे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए क्यों भेजा गया। स्टीव स्मिथ जब आउट हुए तब रॉयल्स को जीत के लिए 66 गेंदों में 124 रन की दरकार थी। इतने दबाव में राहुल को चौथे नंबर पर भेजने का क्या लॉजिक था?
संजू सैमसन ने इसका जवाब दिया, 'मेरे ख्याल से हमारे कोच एंड्रयू मैक्डोनाल्ड और जुबीन (क्रिकेट निदेशक) की यह सोच थी। राहुल तेवटिया पर बहुत मेहनत की गई है। मेरे ख्याल से वह नियमित लेग स्पिनर हैं और प्रबंधन को अभ्यास मैच के दौरान उनमें बल्लेबाजी की क्षमता भी नजर आई। इसलिए उसे ऊपर भेजने का फैसला लिया गया। मेरे ख्याल से यह अच्छा मूव था और तेवटिया ने सभी को गर्व महसूस कराया।'