- शाकिब अल हसन ने ढाका प्रीमियर लीग में मैदानी अंपायर पर गुस्सा निकाला
- शाकिब ने गुस्से में स्टंप पर लात मारी और फिर गुस्से में स्टंप उखाड़कर फेंक दिए
- शाकिब को गुस्सा इसलिए आया क्योंकि अंपायर ने एलबीडब्ल्यू का फैसला बल्लेबाज के पक्ष में सुनाया
ढाका: ढाका प्रीमियर डिवीजन ट्वेंटी20 क्रिकेट लीग में हैरानीभरा दृश्य देखने को मिला। दुनिया के नंबर-1 वनडे ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने मैदानी अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताते हुए स्टंप पर लात मारी और बाद में स्टंप उखाड़कर फेंक दिए। मैदानी अंपायर ने शाकिब अल हसन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट का फैसला नहीं दिया था। यह घटना मोहम्मडीन स्पोर्टिंग क्लब और अबाहानी लिमिटेड क्लब के बीच मैदान के दौरान घटी।
मोहम्मडीन स्पोर्टिंग क्लब के लिए खेल रहे शाकिब अल हसन ने अपने बांग्लादेश टीम के साथी और अबाहानी लिमिटेड का प्रतिनिधित्व कर रहे मुश्फिकुर रहीम के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की। जब अंपायर ने फैसला नॉटआउट सुनाया तो शाकिब आगबबूला हो गए और गुस्से में स्टंप पर लात मार दी।
देखिए शाकिब अल हसन का वायरल वीडियो
जल्द ही शाकिब अल हसन एक बार फिर अपना आपा खो बैठे और अंपायर से बहस करने के दौरान उन्होंने स्टंप उखाड़कर फेंक दिए। तब पारी का छठा ओवर चल रहा था। एक गेंद बची थी और खेल रोका गया था। मोहम्मडीन की कप्तानी कर रहे शाकिब अल हसन ने 27 गेंदों में 37 रन बनाए और उनकी टीम ने 6 विकेट पर 145 रन बनाए। जवाब में अबाहानी लिमिटेड ने 5.5 ओवर में तीन विकेट खोकर 31 रन बनाए थे, तब बारिश के कारण खेल रुक गया था।
विवादों से शाकिब अल हसन का गहरा नाता
बता दें कि शाकिब अल हसन ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान सुपर लीग से किनारा कर लिया था। अब यह देखना होगा कि शाकिब अल हसन के हैरानीभरे एक्शंस पर क्या फैसला लिया जाएगा। याद हो कि शाकिब अल हसन का विवादों से गहरा नाता रहा है। वह पहले भी ढाका प्रीमियर लीग के दौरान मैदानी अंपायर से विवाद कर चुके हैं।
इसके अलावा आईसीसी ने शाकिब पर प्रतिबंध लगा दिया था जब इंडियन प्रीमियर लीग और बांग्लादेश, जिंबाब्वे व श्रीलंका के बीच त्रिकोणीय सीरीज के दौरान एक भारतीय बुकी ने उनसे संपर्क किया था। शाकिब ने इसकी जानकारी नहीं दी थी। फिर शाकिब अल हसन ने प्रतिबंध के बाद वापसी की और आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइटराइडर्स का प्रतिनिधित्व किया।
शाकिब अल हसन अब आईपीएल 2021 के दूसरे चरण का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें एनओसी देने से इंकार कर दिया है।