- स्टीव स्मिथ दोबारा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बनने के योग्य हुए
- स्टीव स्मिथ पर से दो साल का लीडरशिप बैन समाप्त हुआ
- डेविड वॉर्नर पर आजीवन लीडरशिप बैन लगा हुआ है
सिडनी: स्टीव स्मिथ के दो साल का लीडरशिप बैन रविवार को शांति के साथ समाप्त हो गया। इसी के साथ वह दोबारा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बनने के लिए योग्य हो गए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट दोबारा शुरू होने के बाद स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान संभाल सकते हैं। बता दें कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉल टेंपरिंग विवाद में लिप्त होने के कारण स्मिथ को तत्काल प्रभाव से कप्तानी से हटाया गया और उन पर दो साल का नेतृत्व प्रतिबंध लगाया था। स्मिथ का रविवार को प्रतिबंध समाप्त हुआ और अब जरुरत पड़ने पर वह टीम के कप्तान बनाए जा सकते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को इस सप्ताह न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज समाप्त करके आईपीएल फ्रेंचाइजी से जुड़ना था। मगर कोरोनावायरस के कारण ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड सीरीज रद्द हो गई जबकि आईपीएल 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित किया गया है। इस बात पर कोई पुष्टि नहीं मिली है कि इस साल आईपीएल रद्द होगा या नहीं या फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोबारा कब शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया के इंग्लैंड और बांग्लादेश दौरे भी अधर में लटके हुए हैं।
शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने की कोशिश
स्मिथ ने रविवार को चैनल नाइन टीवी से कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। वह जिम में ट्रेनिंग, 10 किमी दौड़ और गिटार बजाने का अभ्यास कर रहे हैं। स्मिथ ने कहा, 'ऐसा लग नहीं रहा है कि आईपीएल होने वाला है। मेरे ख्याल से आने वाले कुछ दिनों में बैठक होगी और योजना तैयार होगी कि आगे क्या करना है। मैं शारीरिक और मानसिक रूप से फिट व तरोजाजा रहने की कोशिश कर रहा हूं। अगर आईपीएल होता है तो बढि़या है और अगर नहीं होता तो दुनिया में बहुत चीजें रहेंगी। इसलिए अपना पूरा ध्यान खेल पर लगा रहा हूं।'
क्या कप्तान बनने की उम्मीद
ऐसा मुश्किल है कि इंटरनेशनल क्रिकेट के दोबारा शुरू होने के साथ ही स्मिथ को कप्तानी मिल जाएगी। टिम पैन ने ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान के रूप में खुद को अच्छे से स्थापित किया है और वह अभी 35 साल के हैं तो संन्यास की घोषणा करने में जल्दबाजी नहीं करेंगे। वहीं आरोन फिंच ने सीमित ओवर क्रिकेट में सफल नतीजे दिए हैं।
बता दें कि स्मिथ को बॉल टेंपरिंग विवाद में शामिल पाया गया था। उनकी कप्तानी पर दो साल का बैन लगाया गया था। वहीं स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर बतौर खिलाड़ी एक-एक साल जबकि कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का बैन लगाया गया था। इस कांड के कारण कोच डैरेन लीमैन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख कार्यकारी जेम्स सदरलैंड को इस्तीफा देना पड़ा था। वॉर्नर पर तो करियर भर कप्तानी का बैन लगा है।