- चेन्नई को राजस्थान के खिलाफ हार मिली
- इस मैच में राजस्थान ने बड़ा स्कोर बनाया
- धोनी आखिर तक मैदान पर डटे रहे थे
पहले मैच में मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हराने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपना दूसरा मैच गंवा दिया। राजस्थान ने शारहाज क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में चेन्नई को 16 रन से शिकस्त दी। यह राजस्थान का आईपीएल 2020 का पहला मैच था। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 216 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में चेन्नई 20 ओवरों में छह विकेट खोकर 200 रन ही बना सकी। चेन्नई की ओर से फाफ डुप्लेसिस (72), शेन वॉटसन (33) और महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 29) को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर नहीं टिक सका।
एमएश धोनी आखिर तक डट रहे
धोनी आखिर तक डट रहे, लेकिन अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके। वह पांच विकेट गिरने के बाद मैदान पर आए और धीमी शुरुआत की। उन्होंने 17 गेंदों की पारी में 3 छक्के लगाए। उन्होंने यह तीनों छक्के 20वें ओवर में लगाए। उनके लक्ष्य का पीछा करते हुए इस तरह की बैटिंग अप्रोच अपनाने को लेकर कई विशेषज्ञों और पूर्व क्रिकेटरों ने आलोचना की है। उनका कहना है कि चेन्नई के कप्तान ने अपनी पारी की शुरुआत से ही हिट मारने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने रिक्वायर्ड रेट बढ़ने के बावजूद क्रीज पर जमने के लिए अपना समय लिया। पूर्व भारतीय दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भी धोनी के रवैये पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि धोनी ने पहले ही तय कर लिया था कि वह मैच नहीं जीत पाएंगे।
'लक्ष्य हासिल करने का यह कोई रवैया नहीं'
सुनील गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा कि पिछले मैच में धोनी ने सैम कुरेन को खुद से पहले भेजा था। कुरेन ने 6 गेंदों में 18 रन जुटाए। कुरेन ने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने दो छक्के मारे। इसके बाद मुझे लगा कि शायद वह अब बल्लेबाजी के लिए आ सकते हैं। उनकी जह युवा ऋतुराज गायकवाड़ आए जबकि विपक्षी टीम ने 216 रन का स्कोर खड़ा किया था। यह उनके लिए आसान नहीं होने वाला। अगर विपक्षी टीम 160-170 बनाए तो ऋतुराज को भेजें ताकि वह अपना खेल दिखा सकें। गावस्कर ने आगे कहा कि लेकिन 5 विकेट गिरने के बाद धोनी का बल्लेबाजी के लिए आना, ऐसा लगा कि उन्होंने तय कर लिया था कि यह मैच वह जीतने वाले नहीं हैं। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने का यह कोई रवैया नहीं है। आपको विश्वास होना चाहिए कि आप इसे जीत जाएंगे।