- चेन्नई सुपर किंग्स को गुजरात टाइटन्स के खिलाफ मिली 3 विकेट से हार
- पारी के आखिरी ओवरी की पांचवीं गेंद पर हुआ हार जीत का फैसला
- डेविड मिलर और राशिद खान ने आतिशी बल्लेबाजी करके जीती चेन्नई के जबड़े से जीत
पुणे: रवींद्र जडेजा की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स को रविवार को पुणे में खेले गए मुकाबले में 1 गेंद शेष रहते 3 विकेट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई ने रुतुराज गायकवाड़ की 48 गेंद में 73 और अंबाती रायुडू की 31 गेंद में 46 रन की पारियों की बदौलत 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 169 रन का स्कोर खड़ा किया।
16 रन पर 3 विकेट गंवाने के बाद जीता गुजरात
ऐसे में हार्दिक पांड्या के बगैर खेल रही गुजरात ने 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले 16 रन पर 3 और बाद में 87 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे। ऐसी स्थिति से 'किलर मिलर' के नाम से मशहूर डेविड मिलर और कार्यवाहक कप्तान राशिद खान ने टीम को धमाकेदार बल्लेबाजी करके उबारा और टीम को लगातार चौथी और कुल पांचवीं जीत दिलाई। इल जीत के साथ गुजरात की टीम अंक तालिका में पहले पायदान पर मजबूती से काबिज हो गई।
अच्छी शुरुआत के बाद मिली हार
गुजरात टाइटन्स के खिलाफ रोमांचक मैच में आखिरी ओवर में 3 विकेट से करीबी हार के बाद चेन्नई के कप्तान रवींद्र जडेजा ने कहा, मुझे लगता है कि हमने मैच में अच्छी शुरुआत की थी। शुरुआती 6 ओवरों में हमने एक गेंदबाजी यूनिट के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। उस वक्त तक पॉवरप्ले में गुजरात 3 विकेट खोकर 37 रन बनाकर बैकफुट पर नजर आ रही थी। लेकिन श्रेय डेविड मिलर को जाता है उन्होंने मैदान पर आकर शानदार क्रिकेटिंग शॉट्स खेले।
169 रन का स्कोर था जीत के लिए पर्याप्त
क्या जीत के लिए169 रन का स्कोर पर्याप्त था? इसके जवाब में चेन्नई के कप्तान ने कहा, 'जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे उस वक्त पिच पर गेंद फंस रही थी और रुककर आ रही थी। तो हमें लगा कि इतना स्कोर जीत के लिए पर्याप्त होगा लेकिन हम आखिरी पांच ओवरों में अपनी योजनाओं पर अमल नहीं कर पाए।'
योजना पर अमल नहीं कर पाने की वजह से मिली हार
क्या क्रिस जॉर्डन का ओवर टीम को भारी पड़ गया, उनकी जगह क्या चौधरी को गेंदबाजी दे सकते थे या आप खुद आ सकते थे? तो इसके जवाब में जडेजा ने कहा, मुझे लगा कि क्रिस जॉर्डर अनुभवी गेंदबाज हैं। हमें उसके साथ जाना चाहिए क्योंकि वो कई तरह की यॉर्कर गेंदें फेंक सकते हैं। तो हमारी ये योजना थी लेकिन दुर्भाग्यवश आज हम ऐसा नहीं कर सके। यही टी20 क्रिकेट की खूबसूरती है।