- किंग्स इलेवन पंजाब को मुुंबई इंडियन्स ने दी 48 रन के अंतर से मात
- रोहित शर्मा ने जीत के बाद की हार्दिक पांड्या और किरोन पोलार्ड की जमकर तारीफ
- रोहित शर्मा ने आईपीएल में पूरे कर लिए 5 हजार रन
अबुधाबी: मुंबई इंडियन्स ने गुरुवार को किंग्स इलेवन पंजाब के शानदार बल्लेबाजी के बाद शानदार गेंदबाजी का मुजाहिरा पेश करते हुए 48 रन से जीत हासिल की। ये मुंबई की सीजन में दूसरी जीत है। इस जीत के साथ ही मुंबई की टीम चार मैच में 2 जीत और बेहतर रन औसत के कारण अंक तालिका में पहले पायदान पर पहुंच गई है।
गुरुवार को खेले गए मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की शुरुआत खराब रही और जल्दी ही उसने क्विंटन डिकॉक और सूर्य कुमार यादव के विकेट गंवा दिए। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा ने एक छोर संभालते हुए 45 गेंद में 70 रन की पारी खेली। इसके बाद हार्दिक पांड्या और किरोन पोलार्ड ने आखिरी के ओवरों में पंजाब के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 23 गेंद में नाबाद 67 रन जोड़कर मुंबई को 20 ओवर में 4 विकेट पर 191 रन तक पहुंचा दिया। इसके बाद 192 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब को 20 ओवर में 8 विकेट पर 143 के स्कोर पर रोक दिया और टीम को 48 रन से जीत दिला दी।
पंजाब के खिलाफ 48 रन के अंतर से जीत दर्ज करने के बाद मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ये शानदार जीत थी। हमारी शुरुआत अच्छी नहीं हुई थी हम ये अच्छी तरह जानते थे कि पंजाब का गेंदबाजी आक्रमण कैसा है और आखिरी के ओवरों में उसका फायदा उठाने की कोशिश की।
हार्दिक-पोलार्ड के अंदर है ये काबीलियत
रोहित ने हार्दिक पांड्या और किरोन पोलार्ड की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा, पोलार्ड और हार्दिक के अंदर आखिरी के ओवरों में तेजी से बनाने की काबीलियत है। इस विश्वास को बनाए रखने में वो सफल हुए हैं। दोनों पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं। इन दोनों खिलाड़ियों का फॉर्म में होना टीम के लिए अच्छी बात है। कुल मिलाकर मैं आज टीम की बल्लेबाजी से संतुष्ट हूं।
कब मिलती है कप्तान को खुशी
हमें मालूम था कि गेंदबाजी हमारे लिए भी आसान नहीं होने वाली है। लेकिन शुरुआत में विकेट झटकना अहम था और हम ऐसा करने में सफल रहे। जब गेंदबाज योजना को अमलीजामा पहनाने में सफल होते हैं तब कप्तान को खुशी मिलती है। आईपीएल में 5 हजार रन पूरे करने के बारे में रोहित ने कहा कि ऐसा करके अच्छा महसूस हो रहा है लेकिन मैं इन सब बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। मैच जीतना मेरे लिए ज्यादा अहम था।