- चेन्नई सुपर किंग्स को गुरुवार को मुंबई इंडियन्स के खिलाफ मिली 5 विकेट से हार
- पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई हो गई थी 16 ओवर में महज 97 रन पर ढेर
- मुंबई की जीत के बाद चेन्नई के लिए बंद हुए प्लेऑफ के रास्ते
मुंबई: डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को गुरुवार को मुंबई इंडियन्स के खिलाफ लो स्कोरिंग मुकाबले में 5 विकेट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की टीम स्विंग और उछाल वाली पिच पर 16 ओवर में महज 97 रन बनाकर ढेर हो गई। इसके बाद जीत के लिए मिले 98 रन के लक्ष्य को मुंबई ने 33 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद 14.5 ओवर में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
दूसरी बार प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई चेन्नई
इस हार के साथ ही मुंबई के बाद प्लेऑफ से बाहर होने वाली चेन्नई सुपर किंग्स दूसरी टीम बन गई है। ऐसे में हार के बाद धोनी ने कहा, अगर आज के विकेट को छोड़ दें तो 130 रन से कम के स्कोर का बचाव करना मुश्किल होता है। मैंने अपने गेंदबाजों से रिजल्ट की चिंता किए बगैर अपनी ओर से पूरा जोर लगाकर विरोधी टीम को दबाव में डालने की बात कही थी। ऐसे में मुझे लगता है कि दोनों युवा गेंदबाजों( मुकेश चौधरी और सिमरजीत सिंह) ने शानदार गेंदबाजी की।
मुकेश और सिमरजीत ने की शानदार गेंदबाजी
मैच में मुकेश चौधरी और सिमरजीत सिंह ने लगातार 8 ओवर गेंदबाजी की। चौधरी ने 4 ओवर में 23 रन देकर 3 और सिमरजीत ने 4 ओवर में 22 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। ऐसे में दोनों गेंदबाजों के योगदान की सराहना करते हुए धोनी ने कहा, जहां तक दोनों के योगदान की बात है इस तरह के मैच से दोनों को फायदा मिलेगा। ये ऐसी चीज है जिससे वो अपने ऊपर विश्वास करना शुरू करेंगे। जब भी हम शुरुआत करें हमें इसी तरह के रवैये की जरूरत होगी और यही सबसे छोटे फॉर्मेट में इसी तरह की गेंदबाजी की दरकार होती है।
अगले सीजन से पहले दूर करेंगे टीम की कमजोरियां
चेन्नई की भविष्य की योजनाओं की चर्चा करते हुए धोनी ने कहा, इस तरह के गेंदबाजों का होना टीम के लिए बेहद सकारात्मक पहलू है। ये बात भी हमें नहीं भूलनी है कि अगले सीजन में दो और तेज गेंदबाज हमारे साथ जुड़े जाएंगे। हमारे पास टीम इनके अलावा कुछ और गेंदबाजदल में हैं। हम उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त वक्त देना चाहते हैं कि आईपीएल में उनके लिए क्या है। इस लिहाज से हम इस सीजन से अगले सीजन में कुछ सकारात्मक चीजें लेकर जाएंगे और कमजोरियों को दूर करने की कोशिश करेंगे जिससे कि किसी तरह की कमी ना रह जाए।
दबाब के वक्त शुरुआती कुछ गेंदें होती हैं अहम
अंतिम ओवरों के दौरान जिन खिलाड़ियों के साथ साझेदारी हुई उनके बारे में क्या कहेंगे, इसके जवाब में धोनी ने कहा, जब आप इस तरह के दबाव में बल्लेबाजी करते हैं तो पहली कुछ गेंदों का सामना करना सबसे अहम होता है। मैंने उनसे कहा था कि आप जो हैं वही रहें। अगर आप पहली गेंद को मारना चाहते हैं तो मारें। यह वजूद को बनाए रखना का मौका है। ऐसे में अगर वो कुछ गेंदें खेलने में सफल होते हैं तो अपने वास्तविक रूप में आ जाएंगे।
हमने बेहतरीन गेंदों पर गंवाए विकेट
धोनी ने आगे कहा, उनकी ये बात फलीभूत नहीं हुई लेकिन उसी दौरान विरोधी गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की ऐसे में हमें अपनी ओर से कुछ कोशिश करनी चाहिए थी लेकिन हमारे कुछ बल्लेबाज बेहतरीन गेंदों पर आउट हो गए। हम उस जगह कुछ नहीं कर सकते हैं लेकिन इस तरह के मैच से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आशा करता हूं कि वो अपने हर मैच से कुछ सीख रहे हैं।