- ऋद्धिमान साहा ने इस साल बंगाल टीम से नहीं खेलने का फैसला किया
- साहा ने कहा कि उनकी ईमानदारी पर सवाल खड़ा किया गया, जिससे वो निराश हैं
- साहा ने करीब 15 साल तक राज्य टीम का प्रतिनिधित्व किया
कोलकाता: ऋद्धिमान साहा ने भारतीय घरेलू क्रिकेटर के रूप में अपने भविष्य पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पुष्टि कर दी है कि नॉकआउट चरण में सिलेक्ट होने के बावजूद वह मौजूदा सत्र में बंगाल का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने कई संघों से बात की है, लेकिन अब तक तय नहीं किया है कि किस राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने अध्यक्ष अविषेक डालमिया और हेड कोच अरुण लाल के जरिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करके साहा को रोकना चाहा, लेकिन नाकाम रहे।
अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज कैब अधिकारी के बयान से नाराज हैं, जिन्होंने पिछले साल बंगाल क्रिकेट के लिए साहा के समर्पण पर सवाल खड़े किए थे। 2007 में बंगाल के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले साहा ने कहा कि करीब 15 साल राज्य के लिए खेलने के बाद वो इस फैसले से बहुत दुखी हैं। भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर्स में से एक माने जाने वाले 37 साल के साहा उन बयानों से खफ हैं, जिन्होंने उनकी ईमानदार पर सवाल खड़े किए।
ऋद्धिमान साहा ने स्पोर्ट्स्टार से बातचीत में कहा, 'मेरे लिए भी यह बहुत दुखद भावना है कि बंगाल के लिए इतना लंबे समय खेलने के बाद इस दौर से गुजर रहा हूं। यह निराशाजनक है कि लोग आपके लिए इस तरह के कमेंट करें और आपकी ईमानदार पर सवाल उठाएं। एक खिलाड़ी होने के नाते, मैंने पहले कभी इन चीजों का सामना नहीं किया, लेकिन अब ऐसा हुआ है और मुझे आगे बढ़ने की जरूरत है।'
साहा ने 122 फर्स्ट क्लास मैच और 102 लिस्ट ए मैचों में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बंगाल के लिए नहीं खेलने के फैसले से कैब अध्यक्ष को अवगत करा दिया था, लेकिन एनओसी लेने और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए उन्होंने अध्यक्ष से निजी मुलाकात भी की। साहा ने कहा, 'जब से मैंने अपना मन बना लिया है कि बंगाल के लिए नहीं खेलूंगा। मैंने इसकी जानकारी फोन के जरिये कैब अध्यक्ष को दे दी थी। मगर मैंने निजी तौर पर उनसे मुलाकात की और औपचारिकताएं पूरी की।'
अगले सीजन में ऋद्धिमान साहा नए राज्य के लिए खेलेंगे, लेकिन इसके लिए अभी स्थान तय नहीं किया है। उन्होंने कहा, 'मैंने कई लोगों से बातचीत की, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं लिया है। अगले सीजन के लिए अभी कुछ समय बचा है।' साहा ने गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा था, 'मैं गुजरात टाइटंस के लिए योगदान देना चाहता था ताकि टीम जीते। मैं खुश हूं कि हम खिताब जीते। मगर मैं आगे की ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। मेरा काम प्रदर्शन करना है और मैं वहीं कर रहा हूं।'