- टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने पहली किताब लिखी है
- उनकी किताब का नाम 'स्टारगेजिंग: द प्लेयर्स इन माई लाइफ' है
- शास्त्री की किताब की लॉन्चिंच के मौके पर कोहली भी मौजूद थे
विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौर पर है, जहां उसकी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भिड़ंत जारी है। भारत और इंग्लैंड गुरुवार से चौथे टेस्ट में केनिंग्टन ओवल मैदान पर भिड़ेंगी। लेकिन उससे पहले कप्तान कोहली ने हेड केच रवि शास्त्री के बारे में बात की। उन्होंने शास्त्री की किताब 'स्टारगेजिंग: द प्लेयर्स इन माई लाइफ' के लॉन्च के मौके पर कहा कि कोच का अनुभव हमारे लिए (टीम इंडिया) बेशकीमती है और आगे भी हम उसका लाभ उठाते रहेंगे।
कोहली ने साथ ही शास्त्री के टीम के साथ जुड़ने की सात साल पुरानी एक बेहतरीन पेप टॉक (प्रोत्साहित करने वाली स्पीच) का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने पिछले कई सालों के वर्किंग रिलेशनशिप के बारे में कुछ शब्द कहूंगा, जिसकी शुरुआत 2014 में हुई। मैं रवि भाई से कई बार मिला क्योंकि वह भारत और दुनिया भर में क्रिकेट की सबसे प्रमुख आवाज थे। हम हमेशा से उनकी कमेंट्री कायल हैं।
कोहली ने आगे कहा कि मुझे याद है कि 2014 में उन्होंने पहली बार हमें एक जबरदस्त पेप टॉक दी थी। हम तब एक टीम के रूप में थोड़े खराब दौरे से गुजर रहे थे और चीजें ठीक नहीं हो रही थीं। उन्हें चीजों को ठीक करने के लिए दूसरी बार लाया गया था। उन्होंने अपनी पहली स्पीच में पहला शब्द 'लड़कों' कहा। वह ही अपनी आवाज में इस शब्द को अलग तरह से बोल सकते थे। मुझे साफतौर पर याद है कि मैं नीचे बैठा था और मेरा शरीर कांप रहा था, क्योंकि मैंने कभी किसी को इतना स्पष्ट और दृढ़ संकल्प और सकारात्मकता के साथ बोलते नहीं सुना था।
कोहली ने कहा कि उनका और शास्त्री का भारतीय क्रिकेट को हमेशा ऊंचाइयों पर ले जाने का नजरिया रहा है और दोनों का रिश्ता एक-दूसरे के लिए विश्वास और आपसी सम्मान पर बना है। कोहली ने कहा, 'मैं केवल इतना कह सकता हूं कि हमारा वर्किंग रिलेशन विश्वास और आपसी सम्मान पर एक साझा नजरिए पर बनाया गया है। हमारा एकमात्र मकसद भारतीय क्रिकेट को ऊंचाई और बेहतर जगह पर ले जाना है। हमारे साथ पूरी प्रतिभाशाली टीम और खिलाड़ी है। मुझे लगता है कि हम नई ऊंचाइयों को हासिल करने में सक्षम हैं और यह ऐसी चीज है जिस पर हमें गर्व है।'