नई दिल्ली : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर बखरी गांव से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। 19 वर्षीय सूफियां परवीन को उसके चाचा-चाची ने जिंदा जला कर मार डाला। वारदात शुक्रवार रात की है। आधा कट्ठा जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ था जिसके बाद मामला यहां तक आ पहुंचा। इसी आधे कट्ठे की जमीन पर परिवार रहता है।
वारदात के तुरंत बाद लड़की के चाचा-चाची (जैनु आबदीन और हकीमा खातून) अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ गांव छोड़कर भाग गए। हकीमा के पिता और भाई भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। सूफिया की मां हुस्ना बानों ने सकरा पुलिस थाने में जैनुल, हकीमा, उसके पिता और भाई के खिलाफ अपनी बेटी की हत्या का मामला दर्ज कराया है।
आरोप है कि इन लोगों ने मिलकर पहले उसकी दबाकर हत्या की इसके बाद उसपर केरोसिन उड़ेलकर उसे आग के हवाले कर दिया। सूफिया का छोटा भाई कुदरत अली ने टाइम्स ऑफ इंडिया को शनिवार को फोन पर बताया कि उसकी बहन पड़ोसी शमशुद के घर नहाने गई थी क्योंकि उनका हैंडपंप काम नहीं कर रहा था। पड़ोसी उसे घर की चाबी देकर बाहर चले गए।
इसके बाद हकीमा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सूफिया के पीछे-पीछे पड़ोसी के घर चले गए और उसका गला दबाने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने उस पर केरोसिन डालकर उसे आग के हवाले कर दिया फिर घर के पीछे के दरवाजे से भाग निकले। चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग मदद के लिए पहुंचे लेकिन वो मर चुकी थी।
कुदरत के मुताबिक उसका पिता अब्दुल सत्तार ने मरने से पहले 10 सालों पहले आधा कट्ठा जमीन चाचा के नाम लिख दी थी। लेकिन चाचा ने अब बेईमानी कर बाकी का आधा कट्ठा जमीन भी हथियाना चाहता था। उन लोगों ने इसके लिए पीड़िता की मां को भी काफी टॉर्चर किया था। उसने बताया कि उसने पहले भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन कोई मदद नहीं मिली। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं जिनकी तलाश जारी है।