- केरल के एक ही परिवार में 9 साल में 6 बच्चों की मौत
- 93 दिन के मासूम की हुई मौत, चुपके से दफनाने पर पड़ोसियों को हुआ शक
- केरल पुलिस ने मामला किया दर्ज, पोस्टमार्टम कराने का दिया आदेश
नई दिल्ली। बड़ी शिद्दत से उन दोनों ने अपनी बगिया को आबाद रखने की मिन्नतें की थीं। अल्ला उन पर मेहरबान हुए। लेकिन उन दोनों की खुशी लंबे समय तक कायम न रह सकी। यह मामला केरल के मलप्पुरम का है जहां रफीक और सबीना की झोली खुशियों से भरी। लेकिन उन्हें पहाड़ जैसे दुखों का सामना भी करना पड़ा पिछले 9 साल में वो अपने 6 बच्चों को गंवा चुके हैं। इन दोनों के तीन महीने के मासूम की मौत मंगलवार को हुई और पूरा परिवार सदमे में है।
9 साल 6 मौत सवाल बरकार
रफीक और साबना ने बिना किसी पोस्टमार्टम के मासूम के शव को दफना दिया। लेकिन खास बात यह भी है कि जब पड़ोसियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पड़ोसियों की शिकायत पर अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया। पुलिस इस मामले में रफीक और साबना से पूछताछ कर रही है आखिर ऐसा क्या हुआ कि वो चुपके चुपके बच्चे को दफनाने के लिए पहुंच गए।
सामान्य,असामान्य मौत के बीच झूल रही है जांच
शुरुआती जांच में पता चला है कि बच्चे की मौत सामान्य नहीं हैं। तो सवाल यह है कि आखिर हुआ क्या था। रफीक का कहना है कि मासूम को मिर्गी के दौरे पड़ते थे। जहां एक तरफ पड़ोसियों को शक है कि मामला संगीन है तो रफीक के रिश्तेदारों का कहना है कि इसमें संदेह करने जैसी कोई बात नहीं है। लेकिन जिस तरह से जल्दबाजी में शव को दफन किया गया को सवालों के घेरे में है।मलप्पुरम के एसपी यू अब्दुल करीम का कहना है ति इस माममें शिकायत दर्ज करने के साथ ही जांच शुरू कर दी गई है। मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया जाएगा ताकि सच सामने आ सके।