नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सड़क किनारे एक ढाबे के मालिक को गोली मारने के एक दिन बाद राज्य के लखनऊ शहर से एक भयानक घटना सामने आई है। यहां एक विक्रेता और उसके बेटे को उबलते हुए तेल में धकेल दिया गया। दरअसल, उन्होंने कुछ लोगों को समोसे और पूरियों का भुगतान करने को कहा था, जो उन्होंने भोजनालय में खाई थी। घटना के बाद पीड़ितों को इलाज के लिए शहर के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस के अनुसार, रामनाथ यादव नाम का शख्स गोमती नगर इलाके में एक भोजनालय चलाता है। रणजीत और प्रदीप उनके दोनों बेटे उनकी मदद करत हैं। कुछ युवाओं का एक समूह उनके भोजनालय में आया और शनिवार रात लगभग 8 बजे समोसा और पूरियां खाने के लिए ऑर्डर कीं। इसके बाद रामनाथ ने उन्हें खाने के लिए पैसे देने के लिए कहा तो युवक भड़क गए। गुस्से में युवकों ने रामनाथ और प्रदीप को उबलते तेल के एक पैन की ओर धकेल दिया। पैन पलट गया और पिता-पुत्र दोनों जल गए।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी तुरंत मौके से फरार हो गया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत चोट पहुंचाने और आपराधिक धमकी देना का मामला दर्ज किया गया है।
एटा में ढाबा मालिक को मारी गोली
इससे पहले एटा में एक युवक ने कथित तौर पर ठंडी चपातियों को परोसने के बाद हुई बहस को लेकर अपनी लाइसेंसी बंदूक से एक ढाबा मालिक को पैर में गोली मार दी थी। पीड़ित अवधेश यादव ने बताया कि दो युवक एटा में बस स्टेशन के पास उसके ढाबे पर आए और खाना ऑर्डर किया। भोजन करते समय उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें ठंडी चपातियां परोसी गई हैं और उन्होंने यादव के साथ बहस की। बहस के दौरान, दो में से एक युवक ने बंदूक निकाली और चला दी। गोली यादव के दाहिने पैर की जांघ पर लगी।