- रिकवरी एजेंट्स से परेशान छात्रा ने की आत्महत्या
- आत्महत्या करने से पहले छात्रा ने लिखा सुसाइड नोट
- पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के नंदीगामा रायथुपेट में एक 17 साल की छात्रा ने अपने घर में पंखे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जस्ति हरिथा वार्शिनी के रूप में हुई है, जो अपने परिवार की वित्तीय स्थिति और अपने पिता द्वारा बकाया रकम का भुगतान न करने पर लोन रिकवरी एजेंट्स की ओर से किए जा रहे उत्पीड़न से परेशान थी।
लोन रिकवरी एजेंट्स से परेशान छात्रा ने की आत्महत्या
पुलिस निरीक्षक पी कनक राव के मुताबिक बुधवार दोपहर करीब 2 बजे वार्शिनी ने अपने बेडरूम में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है। दरअसल दो दिन पहले एसबीआई क्रेडिट कार्ड लोन रिकवरी एजेंट्स वार्शिनी के घर पहुंचे थे और दो साल पहले 3.5 लाख रुपए के लोन को लेकर परिवार को कथित रूप से परेशान किया।
कथित तौर पर वार्शिनी की ओर से लिखे गए सुसाइड नोट में लिखा था कि वह अपने परिवार की खराब वित्तीय स्थिति से चिंतित थी और वह परिवार के लिए बोझ बन गई थी। साथ ही उसने ये भी लिखा कि उसने ये कदम इसलिए उठाया, क्योंकि उसने EAPCET टेस्ट में 15,000 रैंक हासिल की थी। उसने अपनी मां से अपनी छोटी बहन को शिक्षित करने और ये सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि उसे नौकरी मिले और परिवार की भी देखभाल की जाए।
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
वार्शिनी के पिता जस्थी प्रभाकर राव दिल्ली में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में सुपरवाइजर के रूप में काम करते है, जबकि परिवार के बाकी लोग नंदीगामा में किराए के घर में रह रहे थे। उधर नंदीगामा थाने के प्रभारी निरीक्षक पी कनक राव ने कहा कि उन्हें इस संबंध में शिकायत मिली है। राव ने कहा कि एक मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जाएगी।