- पुलिस के बाइक सीज करने से खफा शख्स ने नहर में लगा दी थी छलांग
- जान देने से पहले परिजन को मोबाइल पर भेजा था मैसेज, बताई थी पूरी कहानी
- 2 दिन तक लगातार तलाश करने के बाद गोताखोरों ने बरामद किया शव
सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शारदा सहायक नहर में छलांग लगाने वाले शख्स का शव 2 दिन तक तलाश करने के बाद आखिरकार बरामद कर लिया गया है। महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र में पैंतेपुर के पास शख्स ने नहर में छलांग लगा दी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस के बाइक सीज करने और दुर्व्यवहार करने को लेकर युवक परेशान था और उसने अपने एक परिचित को एक मैसेज भेजकर नहर में छलांग लगा दी।
पुलिस को इस बात की सूचना मिलने के बाद से ही लगातार शव की खोज की जा रही थी। इस काम में कई गोताखोरों को लगाया गया था और रिपोर्ट्स के अनुसार बीते बुधवार को करीब 6 गोताखोर शव की तलाश करते रहे लेकिन गुरुवार को शव को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कोतवाली प्रभारी अरुण द्विवेदी की ओर से मिली जानकारी के अनुसार छलांग लगाने वाले शख्स का नाम विमल बताया जा रहा है।
क्या है मामला: एक हिंदी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार अपने भाई निर्मल की बाइक लेकर विमल नाम का शख्स बीते मंगलवार को महमूदाबाद गया था। खबरों के अनुसार वह खेती के लिए कीटनाशक खरीदने गया था। यहां पहुंचकर उसने यूको बैंक से कुछ पैसे निकाले और कीटनाशक खरीदकर घर की ओर निकला। यहां बस स्टॉप पर कुछ पुलिसकर्मी तैनात थे जिन्होंने उसे रोका। इस दौरान बाइक की नंबर प्लेट पर नंबर मौजूद नहीं थे।
विमल ने पुलिस को बताया कि उसके भाई को फरवरी महीने में शादी के दौरान बाइक मिली थी लेकिन फिलहाल आरसी नहीं मिल सका है। पुलिस ने युवक का बात पर संतोष न जताते हुए वाहन सीज कर लिया। जिसके बाद विमल नहर के पुल पर पहुंचा और उसने अपने चाचा राहुल पुत्र शंभू दयाल को 12 बजे मोबाइल पर मैसेज भेजा- ' मैं नहर में जान दे रहा हूं। पर्स, मोबाइल, दवा मथुरा जाने वाली रोड के पहले पुल पर रखे हैं। कीटनाशक खरीदकर आ रहा था और पुलिस ने बाइक सीज कर ली। महमूदाबाद बैंक से रुपये निकालने गया था। अंकित की आंटी को देने थे।'