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फर्जी इंसपेक्टर बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार, राजभवन सचिव समेत 14 अधिकारियों की सील-मोहर बरामद

Updated Oct 18, 2021 | 17:50 IST

राजस्थान के जयपुर की झोटवाडा थाना पुलिस ने एक फर्जी इंसपेक्टर को गिरफ्तार किया। वही ठगी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। 

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फर्जी इंसपेक्टर बनकर ठगी करने वाल राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार

राजस्थान के जयपुर की झोटवाडा थाना पुलिस ने फर्जी इंसपेक्टर बनकर ठगी की वारदात करने वाला एक शख्स को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि आरोपी कालू ऊर्फ राहुल शेखावत पहले भी ठगी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। आरोपी के पास से पुलिस को राजभवन सचिव,एनआईए अधिकारी समेत 14 अधिकारियों की सील-मोहर मिली है। 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार झोटवाडा में एक किराणा स्टोर के संचालक ने शिकायत दर्ज कराई की उसकी दुकान पर करीब तीन-चार महिने से एक ग्राहक सामान खरीदने आ रहा है। 14 अक्टूबर को दोपहर को आरोपी तीन स्टार वाली पुलिस वर्दी में आया। उसने किराणा संचालक को बताया कि वह पुलिस लाईन चांदपोल का इंचार्ज हैं। पुलिस लाईन मैस के लिए सामान लेना चाहते है। उसने 15 दिन में करीब 25 क्विटंल आटा और इसी के हिसाब से अन्य राशन का सामान की डिमांड रहेगी। 

आरोपी ने किराणा संचालक को बताया कि पुलिस लाईन मैस मे हर रोज 5000 जवान खाना खाते है। उसने बताया कि पुलिस लाईन चांदपोल, पुलिस लाईन जलमहल के लिए राशन चाहिए। यही नहीं आरोपी ने तीन लेटर जिसके साथ राशन की सूची भी दे गया। तीनो लेटर कार्यालय रिजर्व पुलिस लाईन चांदपोल के लेटरपेड के थे। जिन पर नीचे जिला पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर की सील भी लगी हुई थी। आरोपी के हावभाव देखकर किराणा संचालक को शक हुआ और उसने परिचित पुलिस वालो से पता करवाया तो सभी ने राहुल शेखावत नाम के पुलिस इन्सपेक्टर को पहचानने से मना कर दिया। 

जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर परिवादी द्वारा बताये समय अनुसार फर्जी इन्सपेक्टर को पकडने के लिए जाल बिछाया। जिसे आज वर्दी में परिवादी की दुकान पर सामान की डिलेवरी लेने के लिए आने पर टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। पुलिस को फर्जी इन्सपेक्टर के कब्जे से चार पुलिस वर्दी, एसीबी इन्सपेक्टर, पुलिस इन्सपेक्टर और आबकारी इन्सपेक्टर के फर्जी आईडी मिले। इसके अलावा सचिव राजभवन, एनआईए, अतिरिक्त महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर, अतिरिक्त महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर,आयुक्त राजस्थान आबकारी विभाग उदयपुर, उपायुक्त राजस्थान आबकारी विभाग उदयपुर, पुलिस अधीक्षक बाडमेर,आयुक्त राजस्थान पुलिस जयपुर, जिला पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर की सील और मोहर भी बरादम की गई।

 

फर्जी इन्सपेक्टर कालू उर्फ राहुल शेखावत जब पकड़ा गया तो उसने असली पुलिस टीम पर भी अपना रौब झाड़ा। उसने पुलिसकर्मियों से रौब झाड़ते हुए कहा कि मैं एसीबी इन्सपेक्टर राहुल शेखावत हूं। आप मुझे जानते नहीं मैं तुम्हारा बुरा करवा दूंगा।  इसके बाद आरोपी भागने लगा। जिसको स्पेशल टीम के सदस्यों ने काबू किया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी पूर्व में भी ठगी के 20-21 मामलो मे गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस टीम द्वारा पूछताछ में आरोपी ने खुद को पूर्व में बोर्डर होमगार्ड गंगानगर में तैनात होना बताया। पैसों की लालच में 2015 से 2019 तक आर्मी, पुलिस व आबकारी में नौकरी लगाने के नाम पर पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में अलग-अलग 19 से 20 मुकदमो में गिरफ्तार हुआ था। आरोपी की जमानत होने के बाद स्वयं की टीम बना कर राजस्थान में अलग-अलग जिलों में नौकरी लगाने के नाम ठगी की वारदात की गई। जिसमें आरोपी इन्सपेक्टर की वर्दी लगा कर भोले भाले लोगों से मुलाकात करता और उनको झांसे में लेकर उनके साथ ठगी करता।

जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ पंजाब में आठ मामले दर्ज हैं तो हरियाणा में एक मामला दर्ज है। राजस्थान के भी अलग-अलग जिलों में आरोपी के खिलाफ मामले दर्ज हैं। झोटवाडा में गिरफ्तारी से पहले आरोपी के खिलाफ 20 मामले दर्ज हैं पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल ने भंवर लाल निवासी नागौर से रीट एग्जाम का पेपर दिलवाने के नाम पर 50 हजार रुपए व 2 कार ठगी की वारदात की। कालूराम मीणा व अर्जुन मीणा से आबकारी में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार रूपए व एक स्विफ्ट गाड़ी ले रखी हैं। सीताराम सैनी निवासी शाहपुरा से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 2 लाख रुपए की ठगी कर रखी हैं। कर्मवीर निवासी राजगढ़ चुरू से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 20 हजार रुपए की ठगी कर रखी है तो चन्द्रकांत शर्मा निवासी कांटा चौराहा झोटवाडा से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 20 हजार रूपये की ठगी कर रखी है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।