दिल्ली पुलिस ने 'टाटा एयर इंडिया' में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया और इस मामले में मुख्य मास्टरमाइंड समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमे 10 महिला शामिल है। पुलिस के मुताबिक इन जालसाजों ने पिछले 45 दिनों से उड़ीसा, एमपी, महाराष्ट्र और दिल्ली सहित कई राज्यों के 50 से अधिक लोगों के साथ जालसाजी की। इनके निशाने पर खास तौर पर उड़ीसा, एमपी और महाराष्ट्र के लोग हुआ करते थे जिससे कि इन लोगों से फेस टू फेस संपर्क ना हो सके।
पुलिस के मुताबिक 1 सितंबर दिल्ली पुलिस को कन्हैया नगर, दिल्ली इलाके में एक अवैध कॉल सेंटर के बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद कन्हैया नगर में एक बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर चल रहे अवैध कॉल सेंटर पर छापा मार गया जंहा कॉल सेंटर का मालिक अनिल कुमा, और 10 महिला टेलीकॉलर के साथ परिसर में मौजूद था।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि ये लोग पिछले डेढ़ महीने से यंहा इस अवैध कॉल सेंटर को चला रहै थे। और इनके निशाने पर ज्यादातर भोले-भाले बेरोजगार युवक होते थे। जिनको टेलीफोन पर महिला टेलीकॉलर की मदद से 'टाटा एयर इंडिया' में नौकरी दिलाने का लालच दिया जाता था। इतना ही नही कॉल करने वाले और उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से 'टाटा एयर इंडिया' के जाली नियुक्ति पत्र भी भेजते थे।
पुलिस के मुताबिक कॉल करने, टेलीफोनिक साक्षात्कार आयोजित करने और बेरोजगार लोगों से पैसे मांगने के लिए महिला टेलीकॉलर्स को काम पर रखा था। इसके लिए अनिल कुमार उनसे रजिस्ट्रेशन फीस, ड्रेस फीस आदि के बदले 1500 से 8,000 रुपये की मांग करता था। जांच के दौरान ये भी पता चला कि आरोपियों ने विभिन्न पदों पर 'टाटा एयर इंडिया' में रोजगार दिलाने का झांसा देकर निर्दोषों को ठगा। पुलिस के मुताबिक ये जालसाज इतने शातिर थे कि इन्होंने 'वर्क इंडिया पोर्टल' से मुख्य रूप से उड़ीसा, एमपी और महाराष्ट्र के लोगों का डेटा एकत्र किया ताकि उनसे फिजीकली संपर्क न किया जा सके। पुलिस ने इनके पास से 18 मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, 'टाटा एयर इंडिया' के फर्जी दस्तावेज और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।