पत्रकार (Journalists) की जिम्मेदारी समाज के लिए बेहद अहम होती है और उनकी जिंदगी संवेदनशील खबरों के चलते हमेशा खतरे में रहती है वहीं दो पत्रकारों की हत्या (Journalists murder) की खबर सामने आई है एक जर्नलिस्ट चेन्नई के कांचीपुरम का है वहीं दूसरा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का है। दोनों की हत्या बेहद निर्दयता के साथ की गई है।
पहली घटना में, चेन्नई के एक पत्रकार की कांचीपुरम में उनके निवास के बाहर निर्मम हत्या कर दी गई थी। एक क्षेत्रीय समाचार चैनल के साथ काम करने वाले पीड़ित को कथित तौर पर ड्रग तस्करों के एक गिरोह द्वारा बेरहमी से मार दिया गया, रिपोर्टर के परिवार ने उसके शव को लेने से इंकार कर दिया और न्याय की मांग की।
मारे गए पत्रकार की पहचान मोसेस के रूप में की गई थी, जिसे तब मारा गया जब वह अपने घर जा रहा था। उसका आवाज सुनकर उसके पिता बाहर आए तो देखा उनका बेटा खून में बुरी तरह से लथपथ था, उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दिनदहाड़े पत्रकार की ,हत्या करने वाले अपराधियों ने धमकी दी है कि जो भी उनके रास्ते में आयेगा उसका यही अंजाम किया जाएगा।
दूसरी घटना में, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सामने आई है जहां एक पत्रकार को उसके लापता होने के 24 घंटे बाद जंगल में मृत पाया गया, पीड़ित की पहचान सैयद आदिल वहाब के रूप में की गई है, जो एक स्थानीय टीवी चैनल के लिए काम कर रहा था।
भोपाल में 35 वर्षीय पत्रकार की बेरहमी से की गई हत्या
पीड़िता के चेहरे और सिर पर चोट के निशान पाए गए। पुलिस का मानना है कि उसकी हत्या कहीं और की गई और उसे जंगल में फेंक दिया गया। लापता व्यक्ति की मिसिंग की शिकायत के बाद पुलिस ने 35 वर्षीय पत्रकार को उसके कपड़ों से पहचाना। अभी तक पुलिस वहाब के मामले में हत्या के मकसद का पता नहीं लगा पाई है वो शनिवार को अपने घर से निकले थे,लेकिन थोड़ी देर बाद उनका फोन बंद हो गया था। उनका शव सुखी सेवानिया गौशाला के कार्यकर्ताओं ने पाया, जिन्होंने बाद में पुलिस को सूचित किया।