नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक प्रकाश जारवाल और उनके सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, हमने एक आत्महत्या मामले में प्रकाश जारवाल और उनके एक सहयोगी कपिल नागर को गिरफ्तार किया है। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं और उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों विधायक और उनके सहयोगी शनिवार शाम को जांच में शामिल हुए और उसके बाद उनसे पूछताछ की गई।
अधिकारी ने कहा, चूंकि वे पूछताछ के दौरान टालमटौल कर रहे थे, इसलिए उन्हें आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है। जांचकर्ता मामले में सबूत इकट्ठा करने के लिए आरोपी को हिरासत में लेंगे। शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत ने जरवाल और कपिल नागर के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया था। जारवाल के परिवार से भी पूछताछ की गई, लेकिन वह नागर के साथ जांच में शामिल नहीं हुए। पुलिस ने तब गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया।
डॉ. राजिंदर सिंह (52) ने 18 अप्रैल फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह दक्षिणी दिल्ली के दुगार्पुरी इलाके में एक निजी चिकित्सक थे और 2007 से टैंकरों के माध्यम से दिल्ली जल बोर्ड के पानी की आपूर्ति में भी शामिल थे। परिवार ने दावा किया था कि आरोपियों ने राजिंदर के टैंकरों को जलापूर्ति सेवा से हटा दिया था और जल बोर्ड से बकाया की निकासी को भी रोक दिया था।
विधायक की कानूनी टीम ने दावा किया है कि अगर पुलिस को जरूरत पड़ती है तो उनका मुवक्किल आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार है। जारवाल की कानूनी टीम के एक वरिष्ठ सदस्य ने फोन पर आईएएनएस से बात करते हुए कहा, अगर पुलिस ने मेरे मुवक्किल को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, तो हम इसके लिए तैयार हैं। जल्द ही एक जमानत अर्जी दायर की जाएगी।
विधायक पहले ही इस मामले के सिलसिले में दिल्ली की एक अदालत से अग्रिम जमानत ले चुके हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट इस मामले पर 11 मई को सुनवाई करेगा। अग्रिम जमानत के लिए अपने आवेदन में जारवाल ने कहा है कि वह जांच में पुलिस के साथ सहयोग करेंगे। उन्होंने यह भी निवेदन किया कि हिरासत में लेकर पूछताछ करने के लिए उनके पास कोई कारण नहीं है।