जमशेदपुर : झारखंड की जमशेदपुर पुलिस ने बागबेड़ा में दो दिन पहले एक नाबालिग लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले का शुक्रवार को खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि पिस्तौल के बल पर पांच आरोपियों ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।
जमशेदपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. तमिल वाणन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस मामले में नाबालिग लड़की को बदमाशों ने पिस्तौल के बल पर एक पार्टी से जबरन उठा लिया था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल और बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। आरोपियों की पहचान शंकर तियू, रौशन कुजूर, सूरज पात्रो, सन्नी सोरेन है जबकि एक अन्य आरोपी नाबालिग है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने नाबालिग लड़की को धमकी दी थी कि वह इस बारे में किसी को नहीं बताए। पुलिस ने इनके पास से एक पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किए हैं।
तमिल वाणन ने बताया कि मंगलवार को पीड़िता अपने मित्र के साथ पार्टी कर रही थी। इतने में चार युवक आए और पिस्तौल के बल पर उन्हें जबरन कालियाडीह गौशाला उठा ले गये, जहां पर पीड़िता के मित्र को बांधकर सभी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला तत्काल दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी। पुलिस ने दावा किया कि पहले पीड़िता द्वारा बताया गया था कि उसका उस समय अपहरण किया गया था जब वह डांस क्लास से वापस आ रही थी जबकि जांच में यह गलत पाया गया है।
इस मामले की जांच टीम में डीएसपी (कानून एवं व्यवस्था) आलोक रंजन, बागबेड़ा थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह और उनकी पूरी टीम शामिल थी।
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर के बागबेड़ा में मंगलवार देर रात एक नाबालिग के साथ उसके दो दोस्तों द्वारा दुष्कर्म करने की बात सामने आई थी और लड़की ने दावा किया था कि वह डांस क्लास से वापस आ रही थी।