- देश के कई हिस्सों में दलितों को घोड़े पर बैठकर बारात नहीं निकालने दी जाती है
- जवान के परिवार ने पहले ही लिखित अनुरोध कर पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी
- पत्थरबाजी के बाद दूल्हे को पुलिस कंट्रोल रूम की वैन में ले जाया गया
नई दिल्ली: पुलिस सुरक्षा के बावजूद गुजरात के बनासकांठा जिले में सेना के एक जवान की बारात में कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर पत्थर फेंके गए। दूल्हा दलित था और वो घोड़े पर सवार था, इसलिए दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा ऐसा किया गया। पुलिस के अनुसार, यह घटना शरीफडा गांव की है। सेना की सैन्य पुलिस विंग के जवान आकाश कुमार कोइतिया (22) की बारात निकाली जा रही थी।
'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, कोइतिया ने हाल ही में बेंगलुरु में अपनी ट्रेनिंग समाप्त की है और वह जल्द ही मेरठ में अपनी पोस्टिंग ज्वॉइन करने वाला था। वह अपनी शादी के लिए छुट्टी पर था।
दूल्हे का भाई भी है सेना में
आकाश के बड़े भाई विजय ने बताया, 'हमें ठाकोर कोली समुदाय के कुछ लोगों से धमकी मिली थी कि अगर दूल्हा घोड़ी पर सवार होता है तो वे बारात को गांव से नहीं जाने देंगे। हमने पुलिस सुरक्षा के लिए लिखित अनुरोध दिया जिसके बाद बारात के साथ 6-7 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। हालांकि, जुलूस निकलने के बाद, लोगों के एक समूह ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। दूल्हे को चोट लगने से बची और उसे पुलिस कंट्रोल रूम की वैन में ले जाया गया। हालांकि, पथराव में दो महिलाओं सहित हमारे तीन रिश्तेदार घायल हो गए।' विजय भी सेना में हैं और जम्मू और कश्मीर में तैनात हैं।
घटना के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
घटना के बाद पुलिस की कई टीमों को गांव में रवाना किया गया। बनासकांठा के दलित अधिकार कार्यकर्ता दलपत भाटिया ने कहा, 'कम से कम 50-60 पुलिसकर्मी सुरक्षा काफिले के रूप में बारात में शामिल हुए, ताकि दूल्हा और अन्य बाराती दुल्हन के गांव पहुंच सकें। शादी बिना किसी घटना के हुई।'
दूल्हे के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर ठाकोर कोली समुदाय से संबंधित 11 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
11 के खिलाफ मामला दर्ज
पीजी राजपूत, गढ़ थाने के प्रभारी अधिकारी ने कहा, 'दूल्हे और उसकी बारात पर गांव में एक समूह द्वारा पत्थरों से हमला किया गया। दूल्हे के घोड़ी की सवारी करने पर आपत्ति जताई गई। हमने अग्रिम में सुरक्षा प्रदान की और घटना के बाद और अधिक कर्मियों को तैनात किया गया। हमने 11 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।'