- गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में मरीज के साथ रेप की वारदात सामने आई है
- लड़की ने पिता को लिखकर बताया है कि उसके साथ अस्पताल में क्या हुआ
- पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है, जो नॉन-मेडिकल स्टाफ बताया जा रहा है
गुरुग्राम : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में 21 साल की एक युवती के साथ अस्पताल के आईसीयू में रेप का मामला सामने आया है, जिसका आरोप अस्पताल के ही एक स्टाफ पर लगा है। लड़की ने पिता को लिखकर बताया है कि उसके साथ यह सब तब हुआ, जब वह पूरी तरह होश में नहीं थी। उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराय गया था।
आरोपी नॉन-मेडिकल स्टाफ
'हिन्दुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, टीबी की मरीज 21 वर्षीया युवती को गुरुग्राम के सेक्टर-44 स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को उसे होश आया, जिसके बाद पिता उससे मिलने पहुंचे तो उसने लिखकर उन्हें बताया कि उसके साथ क्या हुआ। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में केस दर्ज कराया। उसे 21 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 27 अक्टूबर को उसे होश आया। पुलिस को शक है कि उसके साथ रेप की घटना इसी बीच हुई। पीड़िता अब भी अस्पताल में उपचाराधीन है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता महेंद्रगढ़ की रहने वाली है और उसे सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसका टीबी के लिए इलाज चल रहा था और उसे आईसीयू के प्राइवेट रूप में आइसोलेशन में रखा गया था, जब यह घटना हुई। पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है। हालांकि अभी उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। वह अस्पताल का एक नॉन-मेडिकल, आउटसोर्स्ड स्टाफ बताया जा रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किया है और वार्ड में तैनात स्टाफ से पूछताछ की है।
पिता ने उठाए सवाल
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता अभी अपना बयान दे पाने की स्थिति में नहीं है। जिस दिन उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसी दिन उसे वेंटिलेटर पर रख दिया गया। पीड़िता के पिता की शिकायत पर अस्पताल ने आंतरिक जांच भी कराई है। अस्पताल में पीड़िता को पुलिस सुरक्षा दी गई है। पीड़िता के पिता ने अस्पताल में अपनी बेटी की देखभाल पुरुष स्टाफ द्वारा किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं।
वहीं फोर्टिस अस्पताल ने बयान जारी कर कहा कि मरीज को 21 अक्टूबर को अस्पताल में सांस संबंधी दिक्कतों और टीबी के लक्षणों के साथ भर्ती कराया गया था। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया था और दूसरे ही दिन से उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। छह दिन बाद उसने आरोप लगाया कि जिस दिन उसे भर्ती कराया गया, अस्पताल परिसर में उसके साथ गलत हरकत हुई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस को जानकारी दी गई। अस्पताल प्रशासन पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहा है। पुलिस ने मरीज के ठीक हो जाने के बाद उसे काउंसलिंग मुहैया कराए जाने की बात भी कही है।