नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन के कारण कई राज्यों में हत्या, लूट और रंगदारी मांगने जैसी घटनाओं में कमी आई है। हालांकि, साइबर क्राइम पर अब भी लगाम नहीं लगी है। जालसाज ईएमआई टलवाने, मदद दिलाने और कोई सामना खरीदन के नाम पर लोगों को तगड़ी चपत लगा रहे हैं। साइबर क्राइम की ऐसी ही एक घटना हरियाणा में सामने आई है, साइबर जालसाज ने भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी को युवक ने चूना लगा दिया। युवक ने अधिकारी से उनका फर्नीचर खरीदने की बात कहकर 75 हजार रुपए ठग लिए।
पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश
पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान 24 वर्षीय अजरुद्दीन के तौर पर हुई है। आरोपी ठगी की वारदातों को अकेला अंजाम नहीं दिया था। इसमें उसके कई साथी भी शामिल है। पुलिस ने कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने का कोशिश जारी है। अजरुद्दीन ने पुलिस को बताया कि वह और उसके साथी सेना और अर्धसैनिक बलों के कर्मियों के चित्र उनके सोशल मीडिया से डाउनलोड कर व्यावसायिक वेबसाइट पर अपनी फर्जी पहचान बनाते थे और लोगों को ठगने का काम करते थे।
पीटीआई के मुताबिक, वायु सेना अधिकारी ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने खुद को साहिल नामक सीआईएसएफ कांस्टेबल बताते हुए एक वेबसाइट के माध्यम से संपर्क किया था। आरोपी फर्नीचर खरीदने के लिए तैयार हो गया था लेकिन उसने अधिकारी से कहा कि वह राजस्थान के किसी दूरदराज इलाके में है इसलिए प्रत्यक्ष रूप से भुगतान कर फर्नीचर लेने में असमर्थ है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अजरुद्दीन ने कहा कि वह यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान कर सकता है।
भुगतान के लिए रिश्तेदार का नंबर दे दिया
पुलिस उपायुक्त (साइबर) अन्येष रॉय ने कहा, 'शिकायतकर्ता वायु सेना अधिकारी ने भुगतान के लिए अपनी एक रिश्तेदार का नंबर दे दिया। आरोपी ने भुगतान के लिए यूपीआई का लिंक भेजा लेकिन खाते में धन आने की बजाय कई बार निकाला गया।' रॉय ने कहा कि पुलिस ने तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता से मामले की छानबीन की और सप्ताह की शुरुआत में मेवात के नूह बस अड्डे से अजरुद्दीन समेत उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया।