- पत्नी के मायकेवालों ने कराया दामाद का मर्डर
- भाड़े के हत्यारों से कराया गया मर्डर
- पुलिस ने मामले में अब तक तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
Hyderabad: हैदराबाद में 25 साल के शनिवरपु वेंकट नारायण रेड्डी की हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में रेड्डी का जला हुआ शव जिन्नाराम वन क्षेत्र से बरामद किया गया था। गिरफ्तार लोगों की पहचान 20 साल के गजुलापल्ली श्रीनिवास रेड्डी और कमलापति कासी राव के रूप में हुई है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इसी मामले के सिलसिले में एक अन्य संदिग्ध शेख आशिक पहले से ही पुलिस की हिरासत में है।
पत्नी के मायकेवालों ने भाड़े के हत्यारों से कराया दामाद का मर्डर
माधापुर डीसीपी के शिल्पावल्ली ने शनिवार को मीडिया को बताया कि रेड्डी की कथित तौर पर उसके ससुर वेंकटेश्वर रेड्डी और बहनोई चंद्रशेखर रेड्डी के आदेश पर ही हत्या की गई थी। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं। रेड्डी ने लगभग एक साल पहले रावली से शादी की थी। हालांकि लड़की के परिवार वाले इस शादी के खिलाफ थे, क्योंकि उन्होंने दूल्हे की सामाजिक स्थिति को स्वीकार नहीं किया था।
डीसीपी के मुताबिक रेड्डी की पत्नी रावली शादी के बाद अपने माता-पिता के पास लौट आई। रावली के माता-पिता ने उसे आश्वस्त किया कि उन्होंने उसका फैसला स्वीकार कर लिया है और एक भव्य समारोह में दोनों को आशीर्वाद देंगे। हालांकि एक बार जब वह लौटी तो रावली के परिवार ने उसकी शादी कहीं और करने की कोशिश की।
मामले में अब तक 3 आरोपी गिरफ्तार
इसके बाद रेड्डी ने कथित तौर पर दोस्तों के साथ अपनी प्राइवेट फोटो शेयर करना शुरू कर दिया और उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी भी दी। उसे रोकने के कोशिश में रावली के पिता और भाई ने कथित तौर पर गजुलापल्ली और दूसरे को रेड्डी को मारने के लिए एडवांस के रूप में 50,000 रुपए दिए और हत्या पूरी होने के बाद 1.9 लाख रुपए देने का वादा भी किया। विवाद को सुलझाने के लिए गजुलापल्ली के साथ बैठक के लिए रवाना होने के बाद 27 जून को रेड्डी लापता हो गया था। पुलिस ने आशिक को 3 जुलाई को गिरफ्तार किया और उसके कबूलनामे के कारण रेड्डी का शव बरामद हुआ और हत्या की साजिश का पता चला।