दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने अजय गुर्जर की गिरफ्तारी की है अजय गुर्जर पर अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन होने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक अजय गुर्जर के अंडरवर्ल्ड के चार गैंगस्टर जिनका नाम हाफिज बलूच, इकबाल इब्राहिम कसकर, सुभाष ठाकुर और आरिफ जान से कनेक्शन है। अजय गुर्जर पर दिल्ली हरियाणा यूपी राजस्थान और मुंबई में 24 क्रिमिनल केसेस है। जिसमें हत्या अटेम्प्ट टू मर्डर वसूली दंगे फैलाना और आर्म्स एक्ट के मामले हैं। अजय गुर्जर ने अंकित गुर्जर की हत्या का बदला लेने के लिए अपने साथी सतेंदर के साथ मिलकर तिहाड़ में एक बड़े अधिकारी की हत्या की साजिश रची थी।
ताइक्वांडो का अंतरराष्ट्रीय प्लेयर है अजय गुर्जर
अजय गुर्जर ताइक्वांडो में अंतरराष्ट्रीय प्लेयर है और से ब्लैक बेल्ट भी मिली हुई है उसने नेशनल लेवल पर आठ गोल्ड मेडल भी जीते हैं साथी इंटरनेशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल भी लिया है। गिराफ्तारी के दौरान इसके पास से दिल्ली पुलिस को 1 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल व पांच जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल साउथ एंड रेंज की टीम ने अजय गुर्जर को 6 जनवरी को बदरपुर के पास बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है। अजय गुर्जर अभी स्पेशल सेल के एक मुकदमे में वांटेड है और 4 महीने से दिल्ली पुलिस को इसकी तलाश थी।
2021 में अजय का सहयोगी हुआ था गिरफ्तार
अगस्त 2021 में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने अजय गुर्जर और साथी सत्ते उर्फ सतेंद्र की एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद सत्ते को तो गिरफ्तार किया था, लेकिन अजय गुर्जर गिराफ्तारी से बचने के लिए अंडरग्राउंड हो गया था और कोर्ट ने अजय गुर्जर के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी किया था।दरअसल अगस्त 2021 में एक ऑडियो कॉल वायरल हुआ था जिसमें दो लोग आपस में बात कर रहे थे जिनकी पहचान सतेंदर उर्फ सत्ते और अजय गुर्जर के रूप में हुई थी। जो ak-47 राइफल को अरेंज करने की बात कर रहे थे, जिससे अंकित गुर्जर की हत्या का बदला ले सके। 4 अगस्त 2021 को तिहाड़ जेल में जेल अधिकारियों के सामने अंकित गुर्जर नाम के कैदी की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद इसमें कई अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई थी दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले कि जांच भी सीबीआई को दे रखी है।
सत्ते ने अजय के बारे में दी थी जानकारी
17 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने सत्ते को गिरफ्तार कर लिया था और उसने ही पुलिस जो अजय गुर्जर का नाम बताया था। इसके बाद से लगातार दिल्ली पुलिस अजय गुर्जर की तलाश कर रही थी और चार राज्यों में इसके अलग-अलग ठिकानों पर दिल्ली पुलिस ने कई रेड डाली थी। 4 महीने की कोशिश के बाद स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिवकुमार कोई इंफॉर्मेशन मिली कि अजय गुर्जर 6 जनवरी को बदरपुर के पास एक बस स्टैंड पर आने वाला है। दिल्ली पुलिस सूचना के आधार पर एक ट्रैप लगाया और शाम 7:00 बजे अजय गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया और इसके पास से पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए।
गुस्सैल किस्म का है अजय गुर्जर
अजय गुर्जर के बारे में बताया जाता है कि वो गुस्सैल किसम का इंसान है जो छोटी-छोटी बातों पर झगड़े करता था। 2004 में इसमें छोटे से झगड़े में एक शख्स को बेरहमी से चाकू मार दिए थे इसके बाद यह जेल गया था और जेल से बाहर निकलने के बाद इसने अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से सांठगांठ बिठाई और फिरौती मांगने का काम शुरू कर दिया। अजय गुर्जर के बारे में स्पेशल का कहना है कि ये एक खतरनाक प्रवृत्ति का क्रिमिनल है दिल्ली एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया है।
हरियाणा और राजस्थान में भी सक्रिय
अजय गुज्जर ने एक्सटॉर्शन के किये कई शूटआउट की घटनाओं को हरियाणा और राजस्थान में अंजाम दिया है। 2008 से 2010 तक इन राज्यो ने अजय गुज्जर को वांटेड घोषित किया था। अजय गुज्जर का कजन जेपी गुज्जर के अंडरवर्ल्ड में गहरे रिश्ते है और जेपी गुज्जर ने ही अजय को हाफिज बलूच के पास भेजा था जो मुम्बई का गैंगस्टर है।हाफिज बलूच ने अपने एक साथी के साथ मिल कर जुबेर पटेल उर्फ कटिया डॉन की 2008 में हत्या की थी और उसके बाद दिल्ली में अजय गुज्जर और उसके कजन भाई जेपी गुज्जर के साथ उन्ही के घर मे रहा था।
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मुंबई में हाफिज बलूच था सहयोगी
अजय गुज्जर और भाई जेपी गुज्जर दिल्ली एनसीआर में कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद मुम्बई में हाफिज बलूच के घर को ही अपना ठिकाना बनाया था। इसके अलावा अजय गुज्जर ने इकबाल इम्ब्राहिम कासकर, सुभाष ठाकुर, छोटा शकील के साले आरिफ जान से गहरे रिश्ते है। अजय गुज्जर को हाफिज बलूच ने ही भाई नाम दिया था। हाफिज बलूच ने ही 2010 में अजय गुज्जर को दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर से मिलवाया था।
हरियाणा पुलिस ने भी किया था गिरफ्तार
2018 में हरियाणा पुलिस ने जब अजय गुर्जर को गिरफ्तार किया था। तब अजय गुज्जर ने ही इन चारों अंडरवर्ड गैगस्टर का नाम हरियाणा पुलिस को बताया था। हालांकि मुम्बई ने सुभाष ठाकुर की गिरफ्तारी की थी तब अजय गुज्जर का नाम कभी अपने साथ नही बताया था।अजय गुज्जर ने सुभाष ठाकुर के साथ मिल कर 2008 से 2018 तक हरियाणा राज्यस्थान में एक नामी बिजनेसमैन कुछ डॉक्टर्स हरियाणा सरकार के कुछ मंत्रियों से बड़ी मात्रा में एक्सटॉर्शन किया था। अजय गुज्जर ने कारण सिंह दलाल और शिव चरण लाल शर्मा नाम के मंत्री के रिश्तेदार पर गोलियां चलाई थी।
2006 में पलवल ने नामी गैंगस्टर जतिन के ऊपर गोली चलाई थी। 2008 में पलवल होडल हाइवे पर एक्सटॉर्शन के लिए एक होटल के मैनेजर पर भी गोली चलाई थी। 2009 में पलवल हरीयाणा में 50 लाख की फिरौती के लिए प्रह्लाद नाम के डॉक्टर पर भी गोली चलाई थी। 2018 तक इस तरह की कई घटनाओं को अजय गुज्जर ने अंजाम दिया है।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अजय गुज्जर के द्वारा किये गए खुलासे के फैक्ट चेक कर रही है। और आगे मामले की जांच कर रही है।