कोलकाता: पुलिस ने प्रसिद्ध कोलकाता बिजनेस परिवारों के दो लोगों समेत तीन व्यक्तियों को महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध बनाने और उनके इंटिमेट पलों के वीडियो बनाने के बाद कथित रूप से महिलाओं को ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कम्प्रोमाइजिंग पोजिसन्स में 182 महिलाओं की वीडियो क्लिप भी बरामद की गई हैं। कोलकाता पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर (क्राइम) मुरलीधर शर्मा ने कहा कि और लोग रैकेट में शामिल हो सकते हैं। शर्मा ने बताया कि क्या कोई बड़ी साजिश है या अधिक लोग इस रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं। जांच जारी है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें 6 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। शर्मा ने कहा कि टेपों को कथित तौर पर सात साल के दौरान कारोबारी परिवारों के लोगों द्वारा रिकॉर्ड किया गया था।
पुलिस के अनुसार, अनीश लोहारुका का परिवार कई होटलों का मालिक है, जबकि आदित्य अग्रवाल का परिवार एक लोकप्रिय एथनिक ड्रेस चलाता है। दोनों महिलाओं के साथ दोस्ती करते थे, इंटिमेट होते थे और शारीरिक संबंध बनाते थे, और अपने अंतरंग पलों की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। ये संदिग्ध ने रिलेशनशिप खत्म कर लेते थे। तीसरा गिरफ्तार व्यक्ति, कैलाश यादव, दो आरोपियों में से एक के रसोइए के रूप में काम करता था और पीड़ितों को फोन करके वीडियो सोशल मीडिया पर लीक करने की धमकी देकर पैसे दने को कहता था।
एक महिला से नवंबर महीने में साइबर क्राइम की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले को देखना शुरू किया। शिकायतकर्ता के अनुसार, उसने कुछ वीडियो क्लिप के साथ "अज्ञात कॉलर से ब्लैकमेल कॉल" प्राप्त करने के बाद शुरू में 5 लाख रुपए का भुगतान किया, लेकिन जब उसने फिर से ऑनलाइन क्लिप जारी करने की धमकी देते हुए 10 लाख रुपए की मांग की तो उसने पुलिस से संपर्क करने का फैसला किया।
यादव को इस महीने की शुरुआत में कथित रूप से ब्लैकमेल करने के लिए फोन कॉल पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान उनके बयान के आधार पर, लोहारुका और अग्रवाल को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने लोहरुका से संबंधित वीडियो और तस्वीरों वाले एक लैपटॉप को जब्त कर लिया है और इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड को भी बरामद किया और यादव के जब्त मोबाइल से पीड़ितों को भेजे गए संदेश पाए। पुलिस सूत्रों ने कहा कि लैपटॉप के फोल्डर में प्रत्येक महिला के नाम और अन्य विवरण और उनकी पृष्ठभूमि के बारे में सभी डोजियर थे। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने यादव को उस नंबर के मोबाइल टॉवर लोकेशन का पता लगाकर गिरफ्तार किया, जहां से उसने महिला को फोन किया था। यादव से पूछताछ के आधार पर लैपटॉप का हार्ड ड्राइव भी बरामद किया गया।