सहारनपुर के पिलखनी स्थित डिस्टलरी एंड केमिकल वर्क्स बनाने वाली साइनोब स्प्रिटस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और प्रेसिडेंट के खिलाफ स्थानीय अदालत ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। इन पर शीरा कारोबारी समेत कई व्यापारियों और बैकों का 150 करोड़ रुपए लेकर भागने का आरोप है। इस मामले में जिला अदालत ने सरसावा पुलिस को दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि सहारनपुर के शीरा कारोबारी किशन लाल पुरी और पिलखनी स्थित देसी शराब की फैक्ट्री के एमडी संजय लांबा और अध्यक्ष अमरदीप सिंह से शीरा सप्लाई का एग्रीमेंट हुआ था कि वह फैक्ट्री में शीरा सप्लाई करेंगे। जिसके तहत करोड़ों रुपए का शीरा फैक्ट्री को दे चुके हैं। शुरुआत में भुगतान भी होता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद एमडी और अध्यक्ष ने भुगतान करना बंद कर दिया, जिसके चलते फैक्ट्री पर उनके और कई व्यापारियों के 125 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसके अलावा कई बैंकों से भी संजय लांबा और अमरदीप ने 25 करोड़ रुपए का कर्ज ले रखा है।
शीरा कारोबारी ने भुगतान नहीं होने पर सहारनपुर के सरसावा थाने में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी देहात अतुल कुमार शर्मा के मुताबिक सीजेएम ने शुक्रवार को दोनों शराब कारोबारियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं। दोनों की तलाश की जा रही है। अमरदीप सिंह पुत्र चंद्रशेखर गाजियाबाद जिले की इंद्रापुरम कालोनी के रहने वाले हैं। संजय लांबा पुत्र राजेंद्र नाथ सरिता विहार निकट फायर स्टेशन नई दिल्ली के रहने वाले हैं। अदालत ने दोनों के स्थाई पते पर भी वारंट को भेजा है। ताकि वह अदालत में पेश होने के बाद अपना पक्ष रख सके। इससे पहले भी आरोपितों के जमानती वारंट जारी हो चुके हैं।