नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के अनूपपुर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई। यहां एक शख्स की गंभीर रूप से जलने से मौत हो गई। दरअसल, आरोप है कि उसने पुलिस और एक दुकानदार द्वारा कथित उत्पीड़न के बाद आत्मदाह का प्रयास किया। दुकानदार ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। घटना जिले के अमरकंटक थाना क्षेत्र के बांधा गांव में 22 जुलाई को हुई थी। विवाद के बाद युवक ने कथित तौर पर खुद पर पेट्रोल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। 24 जुलाई को जिला अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, 30 साल के बजरू जायसवाल के रूप में पहचाने जाने वाला युवक अपने दोस्तों के साथ एक समोसा स्टॉल पर गया था। उसने दो समोसे खरीदे। कंचन साहू के रूप में पहचानी गई महिला दुकानदार ने उसे 20 रुपए देने के लिए कहा, लेकिन जायसवाल ने समोसे की बढ़ी हुई कीमत के पीछे का कारण पूछा। पहले समोसा 7.50 रुपए प्रति पीस था। साहू ने जवाब दिया कि उसने महंगाई के कारण समोसे की कीमत बढ़ाई।
मामला इतना बढ़ गया कि दुकानदार ने पुलिस से संपर्क किया। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 294, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के तहत, पुलिस ने खरीदार से पूछताछ की जिसने बाद में खुद को आग लगा ली। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
यह घटना मंगलवार को तब सामने आई जब जायसवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें उन्होंने दावा किया कि कंचन साहू ने उन्हें आग लगा दी और एक पुलिसकर्मी ने उन्हें पीटा। स्टॉल मालिक कंचन साहू ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जायसवाल के परिवार ने उनके परिवार के सदस्यों को धमकी दी थी। उन्होंने कहा, 'हम डर में जी रहे हैं क्योंकि वे (जायसवाल के परिवार के सदस्य) हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं।'