- महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के नौ लोगों ने सुसाइड किया है
- अब तक की जांच में पता चला है कि सूदखोरों ने इन्हें परेशान किया था
- लोगों के बीच 'मैजिक मेटल' के बारे में भी चर्चा है, इसे खरीदने के लिए था कर्ज
नई दिल्ली : महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के नौ लोगों के कथित सुसाइड केस ने सभी को चौंका दिया है। लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि ऐसा क्या हो गया कि परिवार के नौ सदस्यों ने खुदकुशी कर ली। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। बताया जा रहा है कि परिवार ने सूदखोरों से ब्याज पर कर्ज लिया था। कर्ज न लौटाने पर सूदखोरों की ओर से कथित रूप से परेशान एवं अपमानित किए जाने पर परिवार ने खुदकुशी कर ली। हालांकि, इस सुसाइड के पीछे लोग एक अलग थ्योरी की चर्चा कर रहे हैं। इस सुसाइड मामले को चावल खींचने वाली एक जादुई धातु 'राइस पुलर मैजिक मेटल' से भी जोड़कर देखा जा रहा है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस 'मैजिक मेटल' को खरीदने के लिए परिवार ने सूदखोरों से भारी कर्ज लिया था।
दिल्ली में किसानों-कारोबारियों से लाखों-करोड़ों की ठगी
इस सुसाइड केस में 'मैजिक मेटल' कनेक्शन की जांच सांगली पुलिस कर रही है। ऐसा नहीं है 'मैजिक मेटल' के नाम पर लोगों को ठगने का यह पहला केस है। पिछले कुछ वर्षों में राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाके में 'मैजिक मेटल' के नाम पर लोगों को ठगने एवं लूटने के कई केस सामने आ चुके हैं। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि दिल्ली के आसपास 'मैजिक मेटल' बेचने के नाम पर कई गिरोह सक्रिय हैं। लोगों को 'मैजिक मेटल' बेचने के नाम पर छोटे-बड़े किसानों एवं बड़े कारोबारियों को लाखों-करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है।
'मेटल मशीन' की कीमत करोड़ों रुपए बताते थे
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक गत मार्च में दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग ने अनाज खींचने वाले एक रेडियोएक्टिव बार बेचने के नाम पर एक कारोबारी से धोखाधड़ी करने के आरोप में महाराष्ट्र के एक ठग एवं उसके गाजियाबाद के एक साथी को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने मशीन के नाम पर कारोबारी से 8.93 करोड़ रुपयों की ठगी की थी। पीड़ित कारोबारी ने बताया कि ठगों ने उससे कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस 'मेटल मशीन' के एक इंच की कीमत 11 करोड़ रुपए होगी। कारोबारी से पैसे वसूलने के बाद यह गिरोह अंडरग्राउंड हो गया।
एंटी-रेडिएशन सूट पहनते थे ठग
फरवरी 2021 में भी 'मैजिक मेटल' के नाम पर एक कारोबारी को ठगने का मामला सामने आया। ठगों ने कारोबारी को लालच दिया कि उनके पास एक 'दुर्लभ धातु' है जो हजारों करोड़ रुपए में बिकेगी। फिर ठगों ने कारोबारी से 11 लाख रुपए ठग लिए। साल 2018 में इसी तरह के मामलों में क्राइम ब्रांच ने कारोबारियों से धोखाधड़ी कर उन्हें लूटने वाले एक पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया। ये पिता-पुत्र इतने शातिर थे कि पीड़ितों को अपना 'मैजिक मेटल' दिखाते समय एंटी-रेडिएशन सूट पहना करते थे।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या से महज 1 घंटे पहले दिए गए थे हथियार, शूटर्स का खुलासा
लोगों से कहते थे नासा खरीदेगी 'मैजिक मेटल'
दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि कारोबारी एवं किसान इन ठग गिरोह के निशाने पर थे। डीसीपी (क्राइम) केपीएस मल्होत्रा का कहना है, 'आरोपी इरिडियम, रेडियम से बनी रेडियोएक्टिव तत्वों वाली मशीन बेचने का दावा करते थे। ये इसमें 10 लाख से लेकर 10 करोड़ रुपए का निवेश करने के लिए लोगों को लालच देते थे।' गिरोह के ठग लोगों से कहते थे कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और दुनिया की अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां इस उपकरण को हजारों करोड़ रुपए देकर खरीदेगी।